LAC: अब गोगरा से भी पीछे हटे चीनी सैनिक 

LAC: अब गोगरा से भी पीछे हटे चीनी सैनिक 

नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच गत 31 जुलाई को सैन्य वार्ता के बाद दोनों देशों ने शांति की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। भारत—चीन ने गोगरा इलाके में डिसइंगेजमेंट को अंजाम दिया है। दोनों ही देशों ने अग्रिम इलाकों से अपने सैनिकों को वापस बुला लिया है। साथ ही बनाए गए अस्थायी ढांचे भी नष्ट कर दिए गए हैं। यहां तनाव से पूर्व वाले हालात को बहाल किया गया है। इससे पहले फरवरी में पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारों से चीन पीछे हटा था। 
दरअसल, भारत और चीन के सैनिक अप्रैल 2020 से ही पूर्वी लद्दाख के कई इलाकों में आमने-सामने थे और जून में हिंसक झड़प भी हुई थी। भारतीय सेना ने जारी बयान में कहा है कि समझौते के तहत LAC के इस इलाके की सख्ती से निगरानी की जाएगी और दोनों पक्ष इसका सम्मान करेंगे। यथास्थिति को एकतरफा नहीं बदला जाएगा। सेना ने कहा, साथ ही एक और संवेदनशील इलाके में टकराव खत्म कर दिया गया है। दोनों पक्षों ने बातचीत को आगे बढ़ाने और वेस्टर्न सेक्टर में एलएसी के बाकी मुद्दों को सुलझाने की प्रतिबद्धता जताई है। भारतीय सेना और आईटीबीपी देश की संप्रभुता और एलएसी पर शांति बाली के लिए प्रतिबद्ध है।

गौरतलब है कि भारत—चीन के बीच 12वें दौर की वार्ता साढ़े तीन महीने से भी ज्यादा समय बाद हुई है। दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की मुलाकात के बाद फिर से बातचीत और शांति से सभी मुद्दों को सुलझाने का ऐलान किया गया था। भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर और उनके चीनी समकक्ष ने कहा था कि पूर्वी लद्दाख में गतिरोध जारी रहना, दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर रहा है। दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच 14 जुलाई को ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में शंघाई को—ऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन (एससीओ) सम्मेलन से इतर करीब एक घंटे लंबी बातचीत हुई थी। इसके बाद मुदृदे के समाधान की ओर कदम बढ़ गए थे।