Laddakh: सहमति के बावजूद पड़ोसी China पर India को नहीं भरोसा, लंबी जंग की तैयारी में भारत
नई दिल्ली। जम्मू—कश्मीर से अलग बनाए गए लदृदाख को लेकर मोदी सरकार पूरी तरह डटी हुई है। पूर्व लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन के साथ पिछले साल शुरू हुआ सीमा विवाद अब तक थमा नहीं है। हालांकि, दोनों देशों ने तनाव को खत्म करने के लिए सहमति जताई है। यही नहीं हाल ही में सैन्य कमांडर की 12वें दौर की वार्ता भी हुई। हालांकि, चर्चा के दौरान दोनों देश गोगरा पेट्रोलिंग पॉइंट से सेनाएं हटाने के लिए राजी तो हो गए, लेकिन इसके बावजूद भारत को पड़ोसी चीन पर भरोसा नहीं है। मोदी सरकार इसे विवाद का अंत मानने में जल्दबादी नहीं करना चाहती है। दरअसल, चीन की हरकतों को देखते हुए मोदी सरकार पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ लंबी लड़ाई के तैयार है।
अरुणाचल में लगे थे 8 साल
गौरतलब है कि अरुणाचल प्रदेश में वर्ष 1986 के सुमदोरोंग चू सैन्य गतिरोध को हल करने में करीब आठ साल से अधिक का समय लगा था, इसे देखते हुए मोदी सरकार पूर्वी लद्दाख में मौजूदा गतिरोध पर भारतीय स्थिति को एकतरफा कमजोर किए बिना सैन्य वार्ता के आगे के दौर के लिए तैयार है। भारतीय सेना पूर्वी क्षेत्र पर पैनी नजर बनाए हुए है।