स्वतंत्रता क्रांति की पहली मशाल थे भगवान टंट्या भील - नारायण सिंह पट्टा

स्वतंत्रता क्रांति की पहली मशाल थे भगवान टंट्या भील - नारायण सिंह पट्टा

स्वतंत्रता क्रांति की पहली मशाल थे भगवान टंट्या भील - नारायण सिंह पट्टा

घुघरी में मनाया गया अमर शहीद टंट्या भील का बलिदान दिवस

मण्डला - अदम्य शौर्य और साहस के प्रतीक स्वतंत्रता क्रांति के अग्रयोद्धा अमर शहीद टंट्या भील का बलिदान दिवस घुघरी मुख्यालय में मनाया गया। शनिवार को बिछिया विधायक नारायण सिंह पट्टा एवं आदिवासी कांग्रेस प्रदेश महासचिव कमल सिंह मरावी की उपस्थिति में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी घुघरी ने भगवान टंट्या भील का बलिदान दिवस आयोजित कर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की गई। उनका स्मरण करते हुए बिछिया विधायक नारायण सिंह पट्टा ने कहा कि भगवान टंट्या भील हमारे आदिवासी समाज के आराध्य हैं उनका शौर्य पराक्रम और साहस हम सभी के लिए एक प्रेरणा है। भारत में जब ब्रिटिश शासन था तब हमारे टंट्या मामा वो पहले क्रांतिकारी थे जिन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ विद्रोह छेड़ा था। उनकी वीरता के सामने अंग्रेज घुटनों पर आ जाते थे, उन्हें पकड़ने के लिए अंग्रेजो को अपनी पूरी सेना लगानी पड़ी थी उसके बाद भी ब्रिटिश उन्हें पकड़ नहीं सके थे। उनका ब्रिटिश शासन के खिलाफ विद्रोह स्वतंत्रता क्रांति के दौर में एक चिंगारी के समान था जिसने देश भर में आदिवासी समाज को एक सूत्र में बांधकर ब्रिटिश शासन के विरुद्ध खड़ा किया। टंट्या मामा भारतीय स्वतंत्रता क्रांति की मशाल थे वे ही आजादी की लड़ाई की प्रेरणा थे। आज देश मे टंट्या मामा को भगवान के रूप में पूजा जाता है। हम उनका स्मरण करके ही खुद को गौरवांवित मानते हैं। इस दौरान आदिवासी कांग्रेस प्रदेश महासचिव कमल सिंह मरावी ने भी टंट्या मामा के क्रांतिकारी जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके जीवन से प्रेरणा लेने का आव्हान किया। बलिदान दिवस के इस कार्यक्रम में जिला कांग्रेस कमेटी महामंत्री नेतराम साहु, आदिवासी महिला अध्यक्ष गंगा आर्मो, जिला सचिव गीता मरावी, ब्लाक कांग्रेस कमेटी घुघरी अध्यक्ष अरविन्द कुशराम, संगठन महामंत्री देवेन्द्र दीक्षित, नगर अध्यक्ष घुघरी अरविन्द झरिया, राजा पट्टा, घुघरी सरपंच हम्मी लाल मरावी, दुर्गा धूमकेती, पंकज झरिया, कार्यालय प्रभारी सुनील महाजन, रामसिंह मरावी, शिव मसराम, सरोज नरते, महेश पांद्रो, बैगाशाह मारवी, मोहन सिंहवते सहित काफी संख्या में कांग्रेस जन मौजूद रहे।