आसानी से दिख सके बाघ इसलिए कान्हा से हटाया जायेगा लेंटाना: विजय शाह
कान्हा टाइगर रिज़र्व में चलेगा लेंटाना उन्मूलन कार्यक्रम
जानवरों की घास उपलब्धता के लिए होगा घास चारागाह क्षेत्र का विकास
Syed Javed Ali
मण्डला - कान्हा टाइगर रिज़र्व में लेंटाना बढ़ जाने से झाड़ियों में छुपे बाघ आसानी से दिखाई नहीं देते। अब ऐसा न हो इसलिए बाघों के लिए विश्व प्रसिद्ध कान्हा टाइगर रिज़र्व में लेंटाना उन्मूलन कार्यक्रम चलाया जायेगा। मध्य प्रदेश में हुए उप चुनावों की थकान मिटाकर परिवार के साथ कान्हा से लौटे मध्य प्रदेश सरकार के वन मंत्री विजय शाह ने मंडला में इसकी जानकारी दी। फारेस्ट रेस्ट हाउस में मीडिया से बात करते हुए वन मंत्री विजय शाह ने बताया कि पार्क में लेंटाना बड़े पैमाने पर है। इससे टाइगर की विजिबिलिटी पार्क में कम हो रही है। हमने कलेक्टर और सीईओ जिला पंचायत से बात की है। हमारे अधिकारियों से मिलकर लेंटाना हटाकर घास लगाने का नया कार्यक्रम शुरू करेंगे। आसपास की ग्राम पंचायतें अपने लेबर लेकर जाएं और पार्क के अंदर लोगों को मजदूरी मिले, लेंटाना हटे और नई घांस लगे। पुरानी घास ऐसी हो जाती है कि वह जानवरों के खाने लायक नहीं रहती, यह बड़ा प्रोजेक्ट हैं। इसके लिए हमने कलेक्टर बालाघाट और कलेक्टर मंडला से बात की है। बहुत जल्दी जिला पंचायत मनरेगा के माध्यम से लेंटाना उन्मूलन और चारागाह क्षेत्र का विकास पर काम चालू होने वाला है।
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) की हाल में ही जारी हुई अखिल भारतीय बाघ अनुमान रिपोर्ट में राष्ट्रीय उद्यानों में बाघ की मौतों के सवाल पर वन मंत्री ने कहा कि उन्होंने रिपोर्ट नहीं देखी है लेकिन हम अगर दावा कर रहे हैं कि हम हिंदुस्तान में सबसे ज्यादा है, तो है और समानता बाघ की 10-12 साल में टाइगर की प्राकृतिक मौत होती है। जब उत्पादन रेट ज्यादा है तो मृत्यु दर भी ज्यादा होगी लेकिन ऐसी कोई चिंताजनक स्थति नहीं है।