सिवनी से रेस्क्यू कर कान्हा टाइगर रिज़र्व लाए गए 2 बाघ शावक...
सिवनी से रेस्क्यू कर कान्हा टाइगर रिज़र्व लाए गए 2 बाघ शावक
वन्यजीव चिकित्सालय मुक्की में किया जा रहा है बाघ शावकों का उपचार
मंडला - सिवनी जिले के वन विकास निगम बरघाट परियोजना पाण्डिया छपारा परिक्षेत्र से 17 मई 2022 को कान्हा टाइगर रिज़र्व लाए गए दो बाघ शावकों का उपचार किया जा रहा है। सिवनी में इन बाघ शावकों को ग्रामीणों ने घेर लिया था। कुछ ग्रामीणों ने इन बाघ शावकों पर पत्थर भी मारे थे। वन विभाग को जानकारी लगते ही वह मौके पर पहुंचा और पेंच टाईगर रिजर्व सिवनी की मदद से इनका रेस्क्यू किया गया। इन बाघ शावको की स्थिति सामान्य न होने की वजह से इन्हे ख़ास उपचार की आवश्यकता थी। इसी वजह से इन बाघ शावकों को कान्हा टाईगर रिजर्व मण्डला के रेस्क्यू एवं वन्यजीव चिकित्सालय मुक्की में रखे जाने के निर्देश मुख्य वन्यजीव अभिरक्षक मध्यप्रदेश शासन द्वारा दिया। बाघ शावकों को देर शाम परिक्षेत्र मुक्की में लाया गया तथा वन्य जीव चिकित्सालय मुक्की के बाड़े में रखा गया। इन बाघ शावकों की उम्र 4 से 6 माह की बताई जा रही है। बाघ शावकों को करीब 1 सप्ताह से भोजन न मिलने के कारण कमजोर हो गए है। कान्हा टाईगर रिजर्व मण्डला के वन्यप्राणी चिकित्सक डॉ संदीप अग्रवाल ने 18 मई 2022 को बाघ शावकों का परिक्षण किया। डॉ संदीप अग्रवाल ने बताया कि इन बाघ शावकों में एक मादा और एक नर शावक है।एक बाघ शावक के बाये पैर के पिछले हिस्से में चोट नज़र आ रही है। यह चोट ग्रामीणों के पथराव की वजह से भी हो सकती है। बाघ शावकों को खास खाना और दवाएं दी जा रही है। इनके विशेष भोजन दवाओं का निर्धारण डॉ.संदीप अग्रवाल कर रहे है। उन्होंने बताया कि चिकन का कीमा इन बाघ शावकों को दिया जा रहा है। दिन भर की मॉनिटरिंग के दौरान इनमे सुधर नज़र आ रहा है। शावकों को अगले 15 दिवस तक वन्यजीव चिकित्सालय मुक्की में रखा जावेगा। पूरी तरह से ठीक होने के बाद इन्हे रिवाईल्डिंग सेन्टर घोरेला में शिफ्ट किया जावेगा। बताया जा रहा है कि सिवनी में इन बाघ शावकों की माँ को भी तलाशा जा रहा है। जिस जगह से इन बाघ शावकों को लाया गया है वहां तालाब है जिसमेँ पानी पीने वन्य प्राणी आते रहते है। वहां बाघिन को तलाशने कैमरे भी लगाये गए है। यदि बाघिन मिल जाती है तो उसे भी सेवकों के पास कान्हा टाइगर रिज़र्व लाया जायेगा।