जयपुर जिले में 90 फीसदी से अधिक परिगणना प्रपत्रों का हुआ डिजिटलाइजेशन
अब तक हजार बीएलओ ने शत प्रतिशत डिजिटलाइजेशन का लक्ष्य किया हासिल
जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी बेहतर प्रदर्शन के लिए कर रहे प्रेरित
उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए 3 ईआरओ एवं 99 बीएलओ को किया जा चुका है सम्मानित
जयपुर जिले के मतदाताओं से किया ऑनलाइन परिगणना प्रपत्र भरने का आह्वान
मतदाता सूची में साधारण जानकारी के आधार पर नाम खोजने का मिला विकल्प
जयपुर। जयपुर जिले में विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत परिगणना कार्य प्रगति पर है। उप जिला निर्वाचन अधिकारी मेघराज मीणा ने बताया कि विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत जयपुर जिले में 90 फीसदी से अधिक परिगणना प्रपत्रों का डिजिटलाइजेशन किया जा चुका है। जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी निरंतर कार्यक्रम की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। 30 नवंबर 2025 को सांय 4 बजे तक 43 लाख 59 हजार 156 यानी 90 फीसदी से अधिक परिगणना प्रपत्रों का डिजिटलीकरण किया जा चुका है।
जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी सभी ईआरओ एवं बीएलओ को बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित कर रहे हैं। विशेष गहन पुनरीक्षण कार्य में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बस्सी निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी डॉ. गरिमा शर्मा, शाहपुरा निर्वाचक पदाधिकारी संजीव कुमार खेदर एवं दूदू निवार्चक पदाधिकारी रमेश कुमार सहित शत प्रतिशत डिजिटलाइजेशन का लक्ष्य हासिल करने वाले प्रथम 99 बीएलओ को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया जा चुका है। उप जिला निर्वाचन अधिकारी मेघराज मीणा ने बताया कि जयपुर जिले में सभी बीएलओ भारतीय निर्वाचन आयोग के भावना के अनुसार पूर्ण उत्साह के साथ विशेष गहन पुनरीक्षण कार्य कर रहे हैं यही कारण है कि जिले के 1 हजार 403 बीएलओ शत प्रतिशत परिगणना पत्रों का डिजिटलाइजेशन का लक्ष्य हासिल कर चुके हैं।
जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने न केवल उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन की मुक्तकंठ से सराहना की, बल्कि उनकी इस प्रतिबद्धता को पूरे जिले के लिए प्रेरणास्रोत बताया। उन्होंने आग्रह किया कि वे अपने अनुभव, ऊर्जा और कार्यकुशलता से अन्य साथियों को प्रेरित कर उन्हें भी लक्ष्य प्राप्ति में मार्गदर्शन दें, ताकि पूरे जिले में पुनरीक्षण अभियान की गति और अधिक मजबूत एवं प्रभावशाली रूप में आगे बढ़ सकें।
उन्होंने बताया कि बस्सी विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख 35 हजार 111, शाहपुरा विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख 37 हजार 483, चौमूं विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख 56 हजार 119, चाकसू विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख 33 हजार 698, दूदू विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख 52 हजार 8, फुलेरा विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख 58 हजार 152, आमेर विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख 87 हजार 931, जमवारामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख 31 हजार 821, हवामहल विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख 39 हजार 77 परिगणना प्रपत्रों का डिजिटलीकरण किया जा चुका है।
साथ ही उन्होंने बताया कि किशनपोल विधानसभा क्षेत्र में 1 लाख 68 हजार 425, आदर्श नगर विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख 33 हजार 126, झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में 3 लाख 95 हजार 903, बगरू विधानसभा क्षेत्र में 3 लाख 17 हजार 750, सिविल लाइन्स विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख 10 हजार 807, मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र में 1 लाख 89 हजार 881, सांगानेर विधानसभा क्षेत्र में 3 लाख 10 हजार 324 एवं विद्याधर नगर विधानसभा क्षेत्र में 3 लाख 1 हजार 540 परिगणना प्रपत्रों का डिजिटलीकरण किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा पूर्व विशेष गहन पुनरीक्षण की मतदाता सूची में अब साधारण जानकारी के आधार पर नाम खोजने का विकल्प मुहैया करवाया गया है, जिससे मतदाताओं को अपना नाम खोजने और परिगणना प्रपत्र भरने में और अधिक सुगमता होगी। निर्वाचन विभाग द्वारा साथ ही मतदाताओं को सुविधा प्रदान करने हेतु ऑनलाइन विकल्प भी उपलब्ध कराया गया है। मतदाता स्वयं अपना परिगणना प्रपत्र https://voters.eci.gov.in/ पर जाकर अथवा प्रदान किए गए QR Code को स्कैन कर ऑनलाइन भर सकते हैं।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी मतदाताओं से अपील है कि वे अपने तथा अपने परिवारजनों के परिगणना प्रपत्र अधिक से अधिक संख्या में ऑनलाइन भरकर अभियान को सफल बनाने में सहयोग करें। जिले में परिगणना प्रपत्रों के डिजिटलीकरण की प्रगति के अनुसार विधानसभा क्षेत्र चौमूं ने सर्वाधिक 99.48 फीसदी प्रपत्रों के डिजिटलीकरण के साथ प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
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