भारत में मंदी की कोई संभावना नहीं: निर्मला सीतारमण

भारत में मंदी की कोई संभावना नहीं: निर्मला सीतारमण

नई दिल्ली। महंगाई के मुद्दे पर विपक्ष की चर्चा के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसका जवाब दिया। लोकसभा में विपक्ष की आपत्तियों का जवाब देते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि विपरीत परिस्थितियों के बावजूद पिछले 2 साल में भारत को विश्व बैंक, आईएमएफ और दूसरी वैश्विक संस्थाओं द्वारा विश्व की विकास दर और भारत की विकास दर के बारे में कई बार आकलन किया गया है। हर बार जब उन्होंने आकलन किया है, विश्व की विकास दर उस अवधि में अनुमान से कम रही है, भारत की भी विकास दर अनुमान से कम रही है, लेकिन हर बार भारत की विकास दर सर्वाधिक रही है।

अमेरिका की  जीडीपी में दूसरी तीमाही में 0.9 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई और पहली तिमाही में 1.6 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी। जिसे उन्होंने अनौपचारिक मंदी का नाम दिया। भारत में मंदी या मुद्रास्फीतिजनित मंदी का सवाल ही नहीं उठता। सीतारमण ने कहा कि ब्लूमबर्ग की सर्वे में बताया गया है कि भारत में मंदी की संभावना 0 है। उन्होंने कहा कि भारत में अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक के सकल एनपीए 2022 में 6 साल में सबसे निचले स्तर 5.9 प्रतिशत पर है। चीन के 4000 बैंक दिवालिया होने के कगार पर हैं परन्तु भारत में एनपीए कम हो रहे हैं। केंद्र सरकार के प्रयासों के चलते सरकार पर कर्ज जीडीपी का 56.9 प्रतिश है। आईएमएफ के डेटा के अनुसार भारत दूसरे देशों की तुलना में काफी अच्छी स्थिति में है जहां औसतन सरकार पर कर्ज जीडीपी का 86.9 प्रतिशत है।