मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में शहरों का हो रहा समग्र विकास

जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के कुशल नेतृत्व में प्रदेश में नगरीय बुनियादी ढांचे के विकास को नई गति मिली है। नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा के निर्देशन में स्वायत्त शासन विभाग द्वारा आरयूआईडीपी परियोजनाओं के माध्यम से सीवरेज, जलप्रदाय, ड्रेनेज एवं शहरी सौन्दर्यीकरण के कार्यों को अभूतपूर्व विस्तार मिला है। आरयूआईडीपी के अन्तर्गत एशियन विकास बैंक द्वारा वित्त पोषित शहरी क्षेत्रों में आधारभूत विकास योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है, जिसमें एशियन विकास बैंक की ऋण राशि 70 प्रतिशत तथा राज्यांश 30 प्रतिशत है। इन परियोजनाओं ने न केवल शहरों की स्वच्छता और जीवन-स्तर को उन्नत किया है बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी राज्य को नई पहचान दी है।
शहरी स्वच्छता और जल आपूर्ति का ढ़ांचा हो रहा सुदृढ़
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के मार्गदर्शन में आरयूआईडीपी चतुर्थ चरण ट्रेंच-1 के अंतर्गत 3 हजार 76.63 करोड़ रुपये की लागत से 14 शहरों में सीवरेज एवं जलप्रदाय कार्य तथा 12 शहरों में फीकल स्लज एंड सैप्टेज मैनेजमेंट (एफएसएसएम) के कार्य कराए जा रहे हैं। इनमें से अब तक 6 शहर लक्ष्मणगढ़ (जलप्रदाय), फतेहपुर, प्रतापगढ़, डीडवाना, मकराना (सीवरेज) तथा मंडावा (सीवरेज एवं जलप्रदाय) में कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं। शेष 8 शहर सिरोही, आबूरोड, सरदारशहर, बांसवाड़ा, खेतड़ी, कुचामन (सीवरेज एवं जलप्रदाय) एवं रतनगढ़, लाडनूं (सीवरेज) में कार्य प्रगतिरत हैं। इसी प्रकार, 12 शहरों में चल रहे एफएसएसएम (फीकल स्लज सेप्टिक मैनेजमेंट) कार्यों में से बांदीकुई, दौसा, जोबनेर और नीमकाथाना में कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं तथा शेष 8 शहरों में कार्य तेजी से प्रगति पर हैं। सितंबर 2025 तक परियोजना पर 2 हजार 302 करोड़ रुपये का व्यय किया जा चुका है। इन कार्यों से लगभग 18 लाख लोग लाभान्वित होंगे।
समग्र शहरी विकास का हो रहा विस्तार
आरयूआईडीपी चतुर्थ चरण ट्रेंच-2 के अंतर्गत 2 हजार 450 करोड़ रुपये की लागत से 16 शहरों में सीवरेज, जलप्रदाय, ड्रेनेज एवं शहरी सौन्दर्यीकरण कार्य प्रगति पर हैं। इनमें नोखा, बूंदी, डूंगरपुर, बालोतरा व सागवाड़ा में सीवरेज व जलप्रदाय कार्य, निंबाहेड़ा व नाथद्वारा में जलप्रदाय कार्य, जोधपुर, बाड़मेर व भरतपुर में सीवरेज कार्य; जोधपुर, नवलगढ़, रतनगढ़, बूंदी व भवानीमंडी में ड्रेनेज कार्य एवं भरतपुर, सागवाड़ा, पुष्कर व जैसलमेर में शहरी सौन्दर्यीकरण के कार्य शामिल हैं।
इस परियोजना के अंतर्गत अब तक 1 हजार 995 करोड़ रुपये के कार्यादेश जारी किए जा चुके हैं तथा सितंबर 2025 तक 984 करोड़ रुपये का व्यय किया जा चुका है। इन कार्यों से लगभग 31 लाख लोग सीधे लाभान्वित होंगे।
सीवरेज, जलप्रदाय और स्वच्छता के क्षेत्र में मील का पत्थर
वर्तमान सरकार के कार्यकाल में भीलवाड़ा, सवाई माधोपुर एवं झालावाड़-झालरापाटन में 602 करोड़ रुपये की लागत से सीवरेज के तीन बड़े कार्य पूर्ण किए गए हैं, जिनसे हजारों परिवारों को सीधा लाभ मिला है।
उल्लेखनीय है की आरयूआईडीपी तृतीय चरण में 3 हजार 930.45 करोड रुपये से पाली, झुन्झुनु, टोंक में सीवरेज एवं जलप्रदाय कार्य, उदयपुर, माउंट आबू, बीकानेर, कोटा, सवाईमाधोपुर, झालावाड़-झालरापाटन एवं भीलवाडा मे सीवरेज कार्य एवं बांसवाडा मे ड्रेनेज कार्य पूर्ण किये जा चुके है। वहीं श्रीगंगानगर में सीवरेज एवं जलप्रदाय कार्य कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार ने “स्वच्छ, सुंदर और समृद्ध शहरों” के संकल्प को धरातल पर उतारते हुए नगरीय विकास की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं। सीवरेज, जलप्रदाय, ड्रेनेज, और एफएसएसएम जैसी परियोजनाएं न केवल शहरों की स्वच्छता और पर्यावरण को सुधार रही हैं बल्कि जनजीवन को भी स्वस्थ, सुविधाजनक और सम्मानजनक बना रही हैं। यह मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की दूरदर्शी नीतियों और सुशासन की प्रतिबद्धता का ही परिणाम है कि राजस्थान अब शहरी बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू रहा है।