बूंदी पर्यटन को लगे पंख, टाईगर रिजर्व रामगढ़ विषधारी वन्य जीव अभयारण्य में शुरू हुई जंगल सफारी
जयपुर। पर्यटन के क्षेत्र में बूंदी जिले को आगे बढ़ाने के लिए शुक्रवार को बूंदी के टाईगर रिजर्व रामगढ़ विषधारी वन्य जीव अभयारण्य में पहली जंगल सफारी की शुरुआत हुई। युवा मामले, खेल तथा सूचना एवं जनसंपर्क राज्यमंत्री श्री अशोक चांदना ने दलेलपुरा स्थित वन नाके से जंगल सफारी को हरी झंडी दिखाकर इसका शुभारंभ किया।
इस अवसर पर राज्यमंत्री श्री चांदना ने कहा कि टाईगर सेंचुरी में सफारी का शुभारंभ पूरे जिले के लिए जीवनदान है। आने वाले समय में युवा पीढ़ी के लिए रोजगार के दरवाजे खुलेंगे। साथ ही विकास के नए आयाम स्थापित होंगे। देश के कोने कोने से आने वाले पर्यटक आनंदित होंगे और क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिलेगा। वन विभाग के सभी अधिकारी इसके लिए बधाई के पात्र है।
जिला कलक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी ने टाईगर रिजर्व में जंगल सफारी शुरू होने पर जिलेवासियों को बधाई देते हुए कहा कि इससे पर्यटन शुरू होगा और लोगों को पर्यावरण से जोडेगा। आने वाले दिनों में बूंदी विकास के नए आयाम स्थापित करेगा।
रामगढ़ विषधारी टाईगर रिजर्व के उप वन संरक्षक एवं उप क्षेत्र निदेशक श्री संजीव शर्मा ने कहा कि लोगों में बहुत उत्साह है। बूंदी के लिए ऐतिहासिक दिन है। पर्यटन बढ़ने से लोगों को रोजगार मिलेगा और यहां विकास होगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में पर्यटन गतिविधियां बढ़ने से बूंदी में अपार विकास होगा। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को रवाना हुई जंगल सफारी में 4 विदेशी तथा 14 देशी सैलानियों को जिप्सी के माध्यम से जंगल की सैर कराई गई।
यह है विशेषता-
उन्होंने बताया कि टाईगर रिजर्व रामगढ़ विषधारी वन्य जीव अभयारण्य की कई विशेषताएं हैं। यह लगभग 1500 स्वायर किलोमीटर है इसमें 500 वर्ग किलोमीटर के कोर क्षेत्र में जंगल में फैला हुआ है। इसमें विभिन्न प्रजातियों के जीव व जन्तु निवास करते हैं। इन्हीं सब खूबियों से आने वाले दिनों में यह अभयारण्य पर्यटकों के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र बनकर उभरेगा।
दिखेंगे ये वन्यजीव-
जंगल सफारी के रूट पर टाईगर, पेंथर, चितली, हिरण, भालू, जंगली बिल्ली, चीतल, सांभर, लोमड़ी, नीलगाय, चीतल, बारहसिंगा, बंदर, लंगूर, नेवला, गिलहरी, सेही आदि का दीदार हो सकेगा। इसके अलावा मोर, बटेर, कबूतर, बगुला, चील, गिद्ध, उल्लू, गौरैया, तोता सहित एक सौ के करीब पक्षी नजर आएंगे।
यह आएगा खर्च-
जंगल सफारी का आनंद लेने के लिए देशी पर्यटकों को 780 प्रति पर्यटक तथा विदेशी पर्यटकों को प्रति पर्यटक 1150 रुपए की राशि तथा विद्यार्थियों को प्रति विद्यार्थी 700 रुपये खर्च करने होंगे।
इस दौरान मुख्य वन संरक्षक कोटा महेश गुप्ता, अतिरिक्त जिला कलक्टर मुकेश कुमार चौधरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक किशोरीलाल, बूंदी राजपरिवार के पूर्व सदस्य वंशवर्धन, जिला खेल अधिकारी वाईबी सिंह, सतीश गुर्जर, कुलदीप सिंह, पूर्व वन्य जीव प्रतिपालक विठ्ठल सनाढ्य आदि मौजूद रहे।