भोपाल
एम्स के एमबीबीएस के छात्र डायरेक्टर की मांग को लेकर लगातार दूसरे दिन भी तपती गर्मी में प्रदर्शन करते दिखे. छात्रों की मानें तो प्रबंधन छात्रों को मात्र आश्वासन देकर दबाना चाहता है लेकिन प्रदर्शनकारी छात्र इस बार आश्वासन भर से मानने वाले नहीं हैं. मामले को गंभीरता से लेते हुए अपनी मांग के लिए छात्रों का एक प्रतिनिधि मंडल दिल्ली की पदयात्रा करते हुए रवाना हुआ है ताकि जिम्मेदार जन प्रतिनिधियों से मामले पर कार्यवाही की मांग कर सकें.
छात्रों का कहना है की प्रबंधन के डीन भी मात्र आश्वासन देने को छात्रों के पास आते हैं. वह उनसे प्रदर्शन ना करने की बात करते हैं. डीन को अगर वाकई छात्रों की चिन्ता है तो प्रदर्शनकारियों को टैन्ट लगाने की परमीशन क्यों नहीं देते. छात्र छात्राओं का कहना है कि जब कोई भी समस्या लेकर हम प्रशासनिक ब्लॉक में जाते हैं, तो उसको डाइरेक्टर के ना होने की बात कह कर टाल दिया जाता है. अब यह सब नहीं चलेगा.इतने महत्वपूर्ण संस्थान में डाइरेक्टर की नियुक्ति ना होना सरकार की हम लोगों के प्रति उदासीनता को दर्शाता है.