ब्रह्मलीन हुए पंडित देव प्रभाकर शास्त्री, राजकीय सम्मान होगा अंतिम संस्कार

ब्रह्मलीन हुए पंडित देव प्रभाकर शास्त्री, राजकीय सम्मान होगा अंतिम संस्कार
कटनी, गृहस्थ संत पंडित देव प्रभाकर शास्त्री रविवार की रात ब्रह्मलीन हो गए हैं। दद्दाजी के देहावसान की खबर सुनते ही शिष्यों में शोक छा गया है। सभी शिष्य अंतिम दर्शन के लिए दद्दा धाम पहुंच रहे हैं। दद्दाजी के देहावसान की खबर सुनते ही कई राजनैतिक हस्तियां, विधायक, जनप्रतिनिधि, फिल्मी सितारे सहित उनके शिष्य पहुंच रहे हैं। शहरवासियों का भी दद्दाजी के अंतिम दर्शन को तांता लगा हुआ हैं। बता दें कि विश्व भर में दद्दाजी के 16 लाख से अधिक अनुयाई हैं। दद्दाजी का अंतिम संस्कार आज दोपहर दद्दा धाम में होगा। जिसकी तैयारियां शिष्य मंडल द्वारा की जा रही हैं। बता दें कि रविवार रात दद्दाजी के शिष्य विजयराघवगढ़ विधायक व पूर्व मंत्री संजय पाठक ने ट्वीट कर दद्दाजी के देहावसान की जानकारी दी थी, जिसके बाद से लाखों अनुयायियों में शोक छा गया और सभी दद्दाजी के अंतिम दर्शन के लिए रात से ही पहुंच रहे हैं। दद्दाजी का पार्थिव शरीर कटनी जिला मुख्यालय स्थित दद्दा धाम में दर्शनों के लिए रखा गया है। इस दौरान सुबह से दद्दा शिष्य मंडल के सदस्य परिवार जनों के साथ यहां पहुंच रहे हैं । खास बात यह है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए व्यवस्थापक मंडल के सदस्य लगातार माइक से अनाउंस कर रहे हैं कि लोग निर्धारित दूरी बनाए रखें। राजकीय सम्मान से होगा अंतिम संस्कार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा दद्दाजी का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ होगा। सीएम ने कहा- उन्होंने अपनी इच्छा से अपने भौतिक शरीर का त्याग किया है। दद्दा जी हमारे बीच हमेशा रहेंगे और जब भी लगेगा कि जीवन में अंधकार हैं तो वे प्रकाश का मार्ग हमें दिखाएंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि कुछ माह पूर्व गुरु माता जिज्जी के देवलोक गमन के समय ही दद्दाजी ने कह दिया था कि वे भी पीछे-पीछे आएंगे। दिल्ली में थे भर्ती सूत्रों की मानें तो दिल्ली के डॉक्टरों ने दद्दा जी के हालत को देखते हुए जवाब दे दिया है। इसके कारण उन्हें शनिवार को कटनी के पास स्थित उनके आश्रम दद्दा धाम, ग्राम कुडा ले आया गया था। बता दें कि दद्दा जी, लीवर और किडनी की बीमारी से परेशान हैं। इलाज के लिए उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था। गृहस्थ संत देव प्रभाकर शास्त्री महाकौशल के इलाके में अपनी अलग पहचान रखते हैं। इस इलाके के ज्यादातर बड़े राजनेता दद्दाजी के अनुयायी हैं। बॉलीवुड अभिनेता आशुतोष राणा और राजपाल यादव भी दद्दा जी के शिष्य हैं। उन्हें शनिवार को जब जबलपुर एयरपोर्ट पर लाया गया था, तब भी हजारों की संख्या में लोग वहां पहुंचे थे।