जानिए... मध्य प्रदेश में स्थित माता के चमत्कारिक स्थानों के बारे में
भोपाल, भारत में शक्ति पीठों का बहुत महत्व है देवी मां के दर्शन करने के लिए किसी दिन विशेष की जरूरत नहीं होती बस श्रद्धा चाहिए लेकिन नवरात्र को खास माना गया है। बात चाहे वासंतिक नवरात्र की हो या फिर शारदीय। इन दिनों में मां के दर्शन और पूजन से विशेष फल मिलता है। क्या आप जानते हैं कि मप्र में देवी माता के कई सारे मंदिर है, जिनका चमत्कार किसी छिपा नहीं है। आइये जानते हैं प्रदेश में विराजमान माता के प्रसिद्ध स्क्ज्ञानों के बारे में...
चमत्कारी शक्ति पीठ मां शारदा मंदिर
सतना जिले के मैहर तहसील में त्रिकुटा की पहाड़ी (hill of trikuta) पर स्थित प्राचीन माँ शारदा मंदिर (Maa Sharda Mandir) स्थित है। यह प्रदेश का सबसे प्रसिद्ध देवी मंदिर है, साथ ही यह मंदिर अन्य मंदिरो की तुलना में उंची पहाड़ी पर निर्मित है। यह एक चमत्कारी शक्ति पीठ है, नवरात्री में यहाँ मेला लगा रहता है जिसमे दूर दूर से भक्त गैन आते है। माता के दर्शन करने आप सीडी या रोपवे का उपयोग कर सकते है।
दतिया में अनोखा मंदिर पीताम्बरा शक्तिपीठ
दतिया शहर के बीचो बीच स्थित माँ पीताम्बरा शक्तिपीठ (Pitambara Shaktipeeth) विराजमान है। यह एक अनोखा मंदिर है, यहाँ माता रानी दिन के तीनो प्रहरों में अलग अलग रूपों में दर्शन देती है। इस मंदिर की स्थापना साल 1935 में की गई थी। माँ पीताम्बरा शक्तिपीठ एक चमत्कारी मंदिर है इस स्थान पर जा के माता रानी के दर्शन करने से पुण्य लाभ होता है।
लोकप्रिय दुर्गा मंदिर रतनगढ़ माता मंदिर, दतिया
दतिया जिले से लगभग 60 किमी की दुरी पर स्थित रतनगढ़ माता मंदिर (Ratangarh Mata Temple) एक लोकप्रिय दुर्गा मंदिर है। जो की सिंध नदी के तट पर स्थित है, यह माता मंदिर चम्बल क्षेत्र में बहुत प्रसिद्ध है। हर साल लाखों भक्त माता के दर्शन कर अपनी मनोकामना पूर्ण करते है।
आगर में त्रिशक्ति माता बगलामुखी
त्रिशक्ति माता बगलामुखी मंदिर (Baglamukhi Temple) आगर जिले की तहसील नलखेड़ा में लखुंदर नदी के तट पर स्थित है। इस मदिर का सम्बन्ध द्वापर युग से है जो की बहुत ही चमत्कारी माना गया है। इस मंदिर में माता बगलामुखी के अलावा, माता लक्ष्मी, सरस्वती और भगवान कृष्ण, हनुमान के साथ काल भैरव (Kaal Bhairav with Hanuman) भी विराजमान है। इस प्राचीन मंदिर की स्थापना महाराजा युधिष्ठिर (Maharaja Yudhishthira) ने भगवान कृष्ण (lord krishna) के निर्देश पर महाभारत (Mahabharata) जीतने के लिए की थी।
देवास की देवी वैशिनी पहाड़ी पर मां चामुंडा और तुलजा भवानी मंदिर
देवास शहर के मध्य में देवी वैशिनी पहाड़ी, जिसे आमतौर पर टेकरी मंदिर के नाम से जाना जाता है, जहां देवी तुलजा भवानी, चामुंडा माता और कालिका माता का मंदिर है। मुख्य रूप से देवी के दो मंदिर हैं जिन्हें छोटी माता (चामुंडा माता) और अन्य बड़ी माता (तुलजा भवानी माता) (Maa Chamunda and Tulja Bhavani) कहा जाता है। एक मान्यता के अनुसार यहाँ देवी माँ के दो स्वरूप अपनी जागृत अवस्था में हैं, जो भक्तो की मनोकामना पूरी करती है।
सलकनपुर में विराजमान बिजासन माता
सीहोर जिले के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र सलकनपुर में माता बिजासन (mata bijasan) विराजमान है। उच्ची पहाड़ी पर प्रकृति के बीच माता रानी का विशाल और भव्य मंदिर निर्मित है। यह मंदिर मध्य प्रदेश के प्रमुख पर्यटक स्थलों में से एक है, जिसे मध्य प्रदेश पर्यटन द्वारा भी बढ़ावा दिया गया है। पवित्र मंदिर भोपाल से 70-75 किमी की दूरी पर स्थित है।
ग्वालियर का चमत्कारी मंदिर शीतला माता मंदिर
माँ शीतला मंदिर (Sheetla Mata Temple) एक प्राचीन देव स्थान है जो की ग्वालियर शहर से लगभग 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह मंदिर ग्वालियर करेरा मार्ग पर स्थित है। इस चमत्कारी मंदिर क्षेत्रीय लोगो के लिए आस्था का केंद्र बना हुआ है। नवरात्र के समय में हजारों श्रद्धालु ग्वालियर शहर से पैदल चलकर माँ शीतला के दर्शन करने आते है। यह एक अद्भुत स्थल है यहाँ एक बार जा कर अवश्य ही माता रानी का आशीर्वाद लेना चाहिए।
राजा विक्रमादित्य द्वारा बनवाया गया हरसिद्धि दुर्गा मंदिर, उज्जैन
अवन्ति नगरी का प्रसिद्ध हरसिद्धि दुर्गा मंदिर (Harsiddhi Durga Temple) का निर्माण चक्रवर्ती सम्राट राजा विक्रमादित्य (King Vikramaditya) द्वारा किया गया था। इस मंदिर में दो अद्वितीय देवदार के आकार के लोहे के दीये हैं। मंदिर पवित्र शहर और क्षिप्रा के पूर्वी तट पर स्थित एक प्राचीन शहर महाकाल की नगरी के प्रमुख आकर्षणों में से एक है।
नीमच में चमत्कारी मंदिर भादवा माता मंदिर
मध्य प्रदेश के नीमच जिले में भादवा माता मंदिर (Bhadwa Mata Temple) स्थित है और यह भारत के प्रमुख देवी मंदिर में शामिल है। यह एक चमत्कारी मंदिर है जहा दूर दूर से भक्तो का आगमन होता है। इस मंदिर में महामाया भादवा माता और साथ ही नौ नव दुर्गा मूर्तियों का एक शानदार संगमरमर से निर्मित मंदिर है।
देश के सबसे पुराने देवी मंदिरों में से एक अछरू माता मंदिर, टीकमगढ़
अछरू माता मंदिर (Achru Mata Temple, Tikamgarh) देश के सबसे पुराने देवी मंदिरों में से एक है और यह प्रदेश के प्रमुख मंदिरों में गिना जाता है। बुंदेलखंड क्षेत्र के लोग अछरू माता मंदिर की पूजा श्रद्धा भाव से करते हैं। यह टीकमगढ़ जिले का मुख्य धार्मिक स्थान हैं।
बुरहानपुर के इच्छापुर गांव में इच्छा देवी मंदिर
बुरहानपुर से लगभग 23 किलोमीटर की दुरी पर इच्छापुर नामक गांव में इच्छा देवी मंदिर (Ichha Devi Temple) स्थित है, जहां इच्छा देवी को समर्पित एक प्रसिद्द मंदिर है। यह देवी मंदिर बुरहानपुर जिले के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। इस चमत्कारी मंदिर में भक्तो की मनोकामना पूर्ण होती है।