बच्चों को स्वास्थ्य एवं पर्यावरण के प्रति जागृत करने नवाचार करें - डॉ. जटिया

बच्चों को स्वास्थ्य एवं पर्यावरण के प्रति जागृत करने नवाचार करें - डॉ. जटिया

बच्चों को स्वास्थ्य एवं पर्यावरण के प्रति जागृत करने नवाचार करें - डॉ. जटिया

आकस्मिक निरीक्षण करने कलेक्टर पहुँचे भानपुर खेड़ा एवं औरई छात्रावास

innovate-children-to-make-awareness-for-health-and-environment-dr-jatiya Syed Javed Ali मण्डला - छात्रावासों में बच्चों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाये। शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार करते हुये बच्चों को स्वास्थ्य एवं पर्यावरण के प्रति भी जागृत किया जाये। यह निर्देश कलेक्टर डॉ. जगदीश चंद्र जटिया ने बिछिया विकासखण्ड के जूनियर आदिवासी बालक छात्रावास भानपुर खेड़ा तथा आदिवासी नवीन कन्या आश्रम औरई का आकस्मिक निरीक्षण करते हुये दिये। निरीक्षण के दौरान अनुविभागीय अधिकारी बिछिया जितेन्द्र पटैल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। कलेक्टर श्री जटिया ने निरीक्षण के दौरान निर्देशित किया कि छात्रावास में प्रवेश के लिए बच्चों की पात्रता का ध्यान रखा जाये। बच्चों की सतत् उपस्थिति बनाए रखने के लिए छात्रावास में बेहतर वातावरण तैयार किया जाये। उन्होंने निर्देशित किया कि शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए बच्चों की उपलब्धि का स्तर बढ़ाने का प्रयास किया जाये। प्रत्येक बच्चे की अकादमिक कठिनाईयों का आंकलन करते हुए उनका समुचित निदान भी किया जाये। श्री जटिया ने निर्देशित किया कि बच्चों को दिये जाने वाले भोजन में मीनू का अनिवार्यतः पालन करने के साथ गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान रखा जाये। उन्होंने छात्रावास के बंद पड़े आरओ को चालू कराने तथा छात्रावास भवन की खिड़कियों की मरम्मत करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि छात्रावास भवन एवं परिसर की नियमित सफाई की जाये। रसोई कक्ष की स्वच्छता का ध्यान रखा जाये। परिसर में गंदा पानी एकत्रित न होने दिया जाये। श्री जटिया ने छात्रावासों की रसोई में एक्जॉस्ट फैन लगाने के निर्देश दिये। भोजन बनाने में लकड़ी का उपयोग न किया जाये। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बच्चों के आवास व्यवस्था तथा खाद्यान्न की उपलब्धता संबंधी जानकारी भी मांगी। बच्चों को पर्यावरण से जोड़ने का प्रयास करें - कलेक्टर डॉ. जगदीश चंद्र जटिया ने छात्रावासों के निरीक्षण के दौरान छात्रावास के कर्मचारियों को निर्देशित किया कि वे छात्रावास परिसर में वृक्षारोपण करें तथा रोपे गये पौधों की उचित देखभाल भी करें। उन्होंने कहा कि बच्चों को पर्यावरण संरक्षण का महत्व बताते हुए उन्हें पर्यावरण से जोड़ने का प्रयास किया जाये। डॉ. जटिया ने कहा कि नये शिक्षण सत्र में नवाचार को अपनाते हुए बच्चों को पर्यावरण और स्वास्थ्य के संबंध में महत्वपूर्णं कार्य किया जाये। उन्हांेने बच्चों में जल संरक्षण के प्रति जागरूकता लाने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि बच्चों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराते हुए उसका अभिलेख भी संधारित किया जाये।