सतना: खुले में रखा 20 हजार क्विंटल गेहूं भीगा

atul kanchni सतना, तेज तूफान और बारिश ने जिला प्रशासन की लापरवाही की पोल खोल कर रख दी है. तेज तूफान और बारिश का सबसे ज्यादा असर समर्थन मूल्य के गेहूं खरीद केंद्रो पर देखने को मिला, जहां परिवहन व्यवस्था ना होने की वजह से किसानों से खरीदा गेहूं भीग गया तो वहीं तौल न हो पाने से किसानों की वहां बाहर रखी फसल को मिलाकर लगभग बीस हजार मीट्रिक टन गेहूं भीग गया. पूरे सतना जिले में 82 जगहों पर सरकार ने समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद क्रेंद खोल रखा है. तेज गरज और तूफान के साथ हुई बारिश ने इन क्रेंदो में करोड़ों का नुकसान कर दिया. उचित व्यवस्था न होने की वजह से बड़ी मात्रा में गेहूं गीला हो गया. अब तक जिले में 1,00,469 मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी हो चुकी है. मगर खरीद क्रेंदों से सिर्फ परिवहन 83,323 टन ही हुया जिसका भंडारण हो चुका है. बाकी का 20,746 मीट्रिक टन गेंहू इस बारिश से भीग गया. इतना ही नहीं, हजारों क्विंटल गेहूं उन किसानों का भी बर्बाद हुआ, जिसको लेकर किसान खरीदी क्रेंद में फसल की तौल का इंतजार कर रहे थे.जिम्मेदार अधिकारी इस मामले में विरोधाभासी बयान देकर पल्ला झाड़ रहे हैं.समर्थन मूल्य पर खरीद करवाने और भंडारण के जिम्मेदारी वाली मारफेट के महाप्रबंधक तो बारिश में गेहूं भीगने की बात को ही सिरे से नकार रहे हैं. वहीं क्रेंदीय सहकारी बैंक के महा प्रबंधक इस बारिश को प्राकृतिक आपदा बताकर किसानों के हित में फैसले की जिम्मेदारी निगरानी समिति पर थोप रहे हैं.