J&K: शिकंजा कसता देख भड़काऊ ट्वीट करने लगे गिलानी, अकाउंट बैन करने की मांग

नई दिल्ली
जम्मू-कश्मीर में अतिरिक्त सैन्य बलों की तैनाती, अमरनाथ यात्रा तय समय से पहले ही रोके जाने, तीर्थ यात्रियों और सैलानियों के लिए प्रदेश छोड़ने की एडवाइजरी जारी किए जाने के बाद हर कोई यही जानने को बेचैन है कि कश्मीर में आखिर होना क्या है? मोदी सरकार की प्लानिंग क्या है? केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश में 10 हजार अतिरिक्त जवानों की तैनाती के बाद 25 हजार जवानों की तैनाती के मौखिक आदेश और अन्य कदमों से जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दलों और नेताओं में बौखलाहट और भय है.
यह स्पष्ट झलक भी रहा है. भारतीय जनता पार्टी के साथ प्रदेश में गठबंधन सरकार चला चुकीं पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट की अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती एक तरफ आधी रात तक बैठक करने के बाद सभी दलों से एकजुट होने की अपील कर रही हैं, तो दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला ने राज्यपाल से मुलाकात कर केंद्र सरकार से संसद में जम्मू-कश्मीर के ताजा हालात पर बयान की मांग की है. इन सबके बीच अलगाववादी संगठनों और उनके नेताओं में बेचैनी है.
शिकंजा कसता देख पाकिस्तान समर्थक अलगाववादी नेता और हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के कट्टरपंथी गुट के चेयरमैन ट्वीट करने लगे हैं. आतंकवादी फंडिंग समेत कई मामलों में जांच के दायरे में चल रहे गिलानी ने ट्वीट कर धरती पर रह रहे सभी मुसलमानों से बचाने की गुहार लगाई है. गिलानी ने ट्वीट कर कहा है कि भारतीय मानव जाति के इतिहास का सबसे बड़ा नरसंहार शुरू करने वाले हैं.
गिलानी ने बोली पाकिस्तान की भाषा
देश की आजादी और कश्मीर के भारत में विलय के बाद शुरुआती वर्षों से ही सियासत में सक्रिय गिलानी का एक वीडियो कुछ ही दिनों पूर्व वायरल हो रहा था. इस वीडियो में वह हम पाकिस्तानी, पाकिस्तान हमारा नारा लगाते दिख रहे थे. गिलानी का यह ट्वीट उनके ट्विटर अकाउंट पर ऊपर ही नजर आ रहा है. एक बार फिर गिलानी ने पाकिस्तान की भाषा बोली है. कट्टरपंथी नेता ने दो अगस्त को एक ट्वीट कर कश्मीर के लिए भारत अधिकृत कश्मीर शब्द का उपयोग किया है.