कांग्रेस की सरकार बनी तो कमलनाथ या ज्योतिरादित्य होंगे मुख्यमंत्री

काग्रेस के राष्टÑीय महासचिव ने कहा

rajesh dwivedi सतना। लगभग 14 सालों से ज्यादा का समय गुजर चुका है और कांग्रेस मध्यप्रदेश में अभी भी सत्ता का वनवास काट रही है। एमपी में एक बार फिर अपनी सत्ता की राह जोह रही कांग्रेस को सफलता मिलती है या नहीं, जनता अपना जनाधार किसे देती है इसके लिए अभी कई महीनों का वक्त है, लेकिन कांग्रेसी सत्ता में आने को पूरे लालयित दिख रहे हैं। दावा यहां तक है कि सरकार आई तो कमलनाथ या फिर ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्यप्रदेश सरकार के मुखिया होंगे। ये बातें मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रभारी व राष्ट्रीय महासचिव दीपक बावरिया ने कही, और दावा किया कि हाईकमान व वरिष्ठ कांग्रेसी इन दो नामों पर सहमति के साथ हरी झंडी दे चुके हैं। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह शिवराज सिंह चौहान के ऊपर मान-हानि का मुकदमा ठोंकेंगे। गौरतलब है कि सतना में 19 जुलाई को सीएम शिवराज ने दिग्विजय को देशद्रोही बताया था। [caption id="attachment_88818" align="aligncenter" width="448"]bhavtarini bhavtarini[/caption] मिस प्रिंट में छूटा था अजय सिंह का नाम कांग्रेस नेता दीपक बावरिया ने एक सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि पीसीसी पदाधिकारियों की सभी समितियों से नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह का नाम मिस प्रिंट व प्रदेश प्रवक्ता की गलती से रह गया था। जैसे ही जानकारी हायर लेवल पर पहुंची तत्काल अजय सिंह के ओहदे के अनुसार कांग्रेस की सभी समितियों में उन्हें जगह दी गई है। सफाई देते हुए कहा कि अजय सिंह कांग्रेस के बड़े नेता हैं। विधायकों की नहीं कटेगी टिकट हाल ही में यह अटकलें चल रही थी कि उम्र दराज कांग्रेस के विधायकों की टिकट इस मर्तबा काट दी जाएगी और युवाओं को टिकट दिया जाएगा। इस पर श्री बावरिया ने जवाब देते हुए कहा कि मौजूदा समय में जो कांग्रेस के विधायक हैं उनकी टिकट किसी हाल में नहीं काटी जाएगी। श्री बावरिया ने कहा कि यह मेरा दावा एवं पार्टी की तरफ से अधिकृत बयान हैं। हालांकि अन्य विधानसभा क्षेत्रों में सर्वे के आधार पर मजबूत दावेदार को टिकट दिया जाएगा। गुटबाजी नहीं, संयम की जरूरत कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव के सामने भी सवाल मध्यप्रदेश में गुटबाजी से पार पाने का सामने आ गया, और बिरसिंहपुर में पोस्टर फाड़ने व नारेबाजी को लेकर जब सवाल किया गया तो इस पर श्री बावरिया ने कहा कि गुटबाजी करने की जरूरत नहीं है, न ही अब कांग्रेस में कोई गुटबाजी है। आपसी प्रतिस्पर्धा मेें युवा गलत कदम उठा लेते हैं, सबको संयम की जरूरत है । संगठन पर चल रही रार के बारे में प्रदेश प्रभारी ने कहा कि थोड़े समय के लिए मनमुटाव या हल्ला होता है, लेकिन संगठन में बदलाव की प्रक्रिया सतत चलती है, जो चलती रहेगी। कांग्रेस परिवार है और परिवार में खट-पिट लगा रहता है। बता दें कि जिला कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर भी कांग्रेस का एक खेमा अभी भी मुंह फुलाए बैठा है।