मध्‍यप्रदेश में कई स्थानों पर जोरदार मानसूनी बारिश

भोपाल अरब सागर में हलचल बढ़ने के साथ ही सुस्त पड़े मानसून को ऊर्जा मिलना शुरू हो गई है। जिसके चलते प्रदेश में बरसात का दौर शुरू हो गया है। इसी क्रम में बुधवार को उज्जैन में 46 मिमी.,इंदौर में 25.5 मिमी. गिरा। मौसम विज्ञानियों ने 2-3 दिन बाद तेज बौछारों का सिलसिला शुरू होने के आसार जताए हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक उत्तरी महाराष्ट्र से लेकर उत्तरी केरल तक द्रोणिका लाइन(ट्रफ) बना हुआ है। इसके अतिरिक्त दक्षिणी गुजरात पर एक चक्रवात बन गया है। इस वजह से अरब सागर से बड़े पैमाने पर मप्र के वातावरण में नमी आने लगी है। जिसके चलते बौछारें पड़ने लगी हैं। मौसम विज्ञानी बीके साहा ने बताया कि 2-3 दिन बाद बरसात की गतिविधियां और तेज होंगी। बुधवार को रतलाम में 11,सागर में 6,जबलपुर में 4.8,दमोह,मंडला में 4,पचमढ़ी में 3,खरगोन,होशंगाबाद,बैतूल,शाजापुर में 2,भोपाल में 1.8मिमी. पानी गिरा। पश्चिम इंदौर में बरसे बादल, घंटेभर में 1 इंच बारिश इंदौर। आखिरकार लंबे समय बाद बादल उमड़ घुमड़कर बरसे। पूर्वी इलाकों में तो मामूली पानी बरसा लेकिन पश्चिम क्षेत्र में जोरदार बारिश हुई। घंटेभर में 1 इंच पानी बरस गया। घंटेभर की बारिश में शहर तरबतर हो गया। गर्मी से परेशान लोगों ने थोड़ी राहत महसूस की। बुधवार को सुबह से आसमान में बादलों का ड़ेरा था। दिनभर लोग बारिश होने का इंतजार कर रहे थे। शाम 4 बजे बाद अचानक जोरदार बरसात शुरू हो गई। बारिश की गति इतनी तेज थी कि सामने का कुछ नजर नहीं आ रहा था। सड़कों के किनारे वाहनों की लाइन लग गई। वहीं राहगीरों के कदम थम गए। अन्नपूर्णा, महूनाका, एरोड्रम, मरीमाता, राजबाड़ा , चिमनबाग, राऊ, राजेंद्र नगर सहित पश्चिमी एबी रोड पर तेज बारिश हुई। मौसम केंद्र के मुताबिक बुधवार को शाम साढ़े 5 बजे तक 25.2 मिलीमीटर यानी 1 इंच बारिश हुई। इसी के साथ अब तक कुल बारिश 170 मिमी.यानी साढ़े 6 इंच हो चुकी है। हालांकि बारिश से मौसम में ठंडक घुल गई। दिन का तापमान गिरकर सामान्य से 2 कम 29.8 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। वहीं न्यूनतम तापमान 22.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। मौसम केंद्र के अनुसार लोकल सिस्टम बनने के कारण अच्छी बारिश हुई है। हालांकि फिलहाल अरब सागर में बनने वाला सिस्टम सक्रिय नहीं है इससे लगातार बारिश की उम्मीद कम है।