अमेरिका के दावों पर बरसा उत्तर कोरिया, कहा- बिगाड़ रहा है बातचीत का मूड

प्योंगयांग
उत्तर कोरिया ने अमेरिका के उस दावे की तीखी निंदा की है, जिसमें उसने कहा था कि राजनीतिक दबाव और प्रतिबंधों की चेतावनी के चलते उसने बातचीत का रास्ता अपनाया है। हाल ही में उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जेइ इन से मुलाकात की थी। उत्तर कोरिया की आधिकारिक न्यूज एजेंसी ने विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के हवाले से बताया कि अमेरिका के यह दावे बातचीत को पटरी से उतारने के खतरनाक प्रयास हैं। प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका उस माहौल और मूड को बिगाड़ रहा है, जो पिछले महीने किम जोंग उन और मून जेइ इन की मुलाकात के बाद बना है।
बता दें कि अप्रैल के आखिरी दिनों में दोनों नेताओं ने उत्तर और दक्षिण कोरिया की सीमा पर मुलाकात की थी। इस दौरान उत्तर कोरिया ने परमाणु हथियारों को छोड़ने को लेकर सहमति जताई थी। उत्तर कोरियाई प्रवक्ता ने कहा, 'अमेरिका जानबूझकर बातचीत को भड़का रहा है। वह भी ऐसे वक्त में जब कोरियाई प्रायद्वीप में स्थितियां शांति और स्थिरता की ओर बढ़ रही हैं।' किम जोंग उन की इस महीने या फिर जून में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप से भी मुलाकात हो सकती है।
जब मून का हाथ पकड़ किम ने पार कराई थी सीमा
पिछले दिनों किम जोंग उन के दक्षिण कोरिया की धरती पर पैर रखते ही राष्ट्रपति मेन जेई-इन ने कहा था कि आपका स्वागत है। कोरिया टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 'किम के सैन्य सीमा रेखा पार करते ही मून ने कहा कि आप दक्षिण कोरिया आ गए हैं। ऐसा कब संभव होगा, जब मैं नॉर्थ कोरिया जाऊं।' फिर क्या था किम जोंग उन ने तुरंत मून का हाथ पकड़ा और चंद मीटर की दूरी तय कर उन्हें नॉर्थ कोरिया के इलाके में ले गए। फिर दोनों नो मेन्स लैंड कहे जाने वाले असैन्य इलाके में आए। हालांकि यह इलाका साउथ कोरिया के क्षेत्र में आता है।