MP: BJP MLA ने शिवराज से पूछा— एमपी में oxygen के नाम पर खेल तो नहीं

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना के संक्रमण के चलते सभी जिलों में वीकेंड लॉकडाउन के बाद 14 से अधिक जिलों में कोरोना कर्फ्यू भी लागू किया जा चुका है। एक तरफ सरकार कोरोना संक्रमित मरीजों को समय पर आक्सीजन, इंजेक्शन सहित अन्य सुविधाएं पहुंचाने के लिए हरसंभव कोशिश में जुटी है, वहीं शिवराज सरकार पर अपने ही विधायक ने हमला बोला हैै। पूर्व मंत्री एवं जबलपुर जिले से विधायक अजय विश्नोई ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से सवाल किया है। विश्नोई ने सोशल मीडिया के जरिए सीएम शिवराज सिंह चौहान से ऑक्सीजन की खपत को लेकर सवाल किया है। बीजेपी विधायक  विश्नोई ने सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ चल रही आपदा प्रबंधन समिति की बैठक के दौरान कोरोना से हो रही मौतों के आंकड़े को लेकर पहले भी सवाल खड़े कर चुके हैं। अब विश्नोई ने कहा कि मध्यप्रदेश में ऑक्सीजन की कमी है। मुख्यमंत्री जी कृपया ध्यान दें। अप्रैल के प्रथम सप्ताह में महाराष्ट्र में 50000 मरीज थे और ऑक्सीजन 457 मेट्रिक टन खर्च हुई है, वहीं मध्यप्रदेश में 5000 मरीजों पर 732 मेट्रिक टन ऑक्सीजन खर्च क्यों हुई? मप्र में 275 मीट्रिक टन ऑक्सीजन उपलब्ध मुख्यमंत्री चौहान ने बुधवार को मंत्रालय में आपात बैठक की। सीएम ने बताया कि प्रदेश में बुधवार को कुल 3,890 यूनिट रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति की गई है। वहीं विभिन्न अस्पतालों में 275 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की उपलब्धता है। नियंत्रक, खाद्य एवं औषधि प्रशासन पी.नरहरि ने बताया कि प्राप्त रेमडेसिविर इंजेक्शन में से एक हजार एमजीएम शासकीय मेडिकल कॉलेज इंदौर को तथा शेष 2890 निजी चिकित्सालयों को दिए जा रहे हैं। इंजेक्शन के निर्माताओं को मध्यप्रदेश में इनकी सप्लाई बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। इंजेक्शन के अवैध विक्रय, एम.आर.पी से अधिक मूल्य पर विक्रय तथा कालाबाजारी न हो इसके लिए औषधि निरीक्षकों द्वारा निरीक्षण किया जा रहा है। नरहरि ने बताया कि ऑक्सीजन की निर्बाध सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए इसके निर्माताओं और डिस्ट्रीब्यूटर्स से निरंतर संपर्क किया जा रहा है। ऑक्सीजन के औद्योगिक उपयोग को सीमित करके सबसे पहले अस्पतालों को उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही अस्पतालों में ऑक्सीजन का अपव्यय रोकने के लिए भारत शासन से प्राप्त दिशा-निर्देशों से सर्व संबंधितों को अवगत कराया गया है। ऑक्सीजन के परिवहन को त्वरित बनाने के लिए अनुमति प्राप्त ऑक्सीजन वाहनों को एम्बूलेंस का दर्जा भी दिया गया है। मौतों का आंकड़ा छिपाने का आरोप विश्नोई इसके पहले शिवराज सरकार पर कोरोना से हो रही मौतों का आंकड़ा छिपाने का सनसनीखेज आरोप लगा चुके हैं। बीते दिनों सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ वर्चुएल कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चल रही आपदा प्रबंध समिति की बैठक के दौरान अजय विश्नोई ने आरोप लगाया था कि कोरोना से हो रही मौतों के आंकड़ों को छुपाया जा रहा है और तब सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें टोका था, इस पर विश्नोई ने ये तर्क कह दिया था कि यदि सच नहीं सुनना चाहते हैं तो वो चुप हो जाते हैं। माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिलने के चलते विश्नोई लगातार शिवराज सरकार के खिलाफ हमला बोल रहे हैं। इसके पहले भी वह कई बार महाकौशल को महत्व नहीं दिए जाने के कारण अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा करते रहे हैं। कांग्रेस ने पीएम से लगाई गुहार अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी को लेकर बुधवार को राजाानी के मिंटो हॉल स्थित गांधी प्रतिमा स्थल पर कांग्रेस विधायकों ने गांधीवादी तरीके से प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेस विधायकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मध्यप्रदेश में ऑक्सीजन भेजने का अनुरोध किया।