MP में दो लाख सोलर पंप लगाए जाएंगे, बिजली लाइन के विस्तार का बचेगा खर्च

भोपाल।
प्रदेश में खेती के काम के लिए पूरी बिजली सौर ऊर्जा के जरिए मुहैया कराए जाएगी। इसके लिए प्रदेश के 20 विकासखंडों का चयन किया जाएगा। यहां दो लाख सोलर पैनल लगाए जाएंगे। इसके लिए उन जगहों का चयन होगा, जहां मुख्यमंत्री स्थायी पंप योजना में बिजली लाइन का विस्तार किया जाना है।
इससे लाइन विस्तार में होने वाला खर्च भी बचेगा। यह बात मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गुरुवार को मंत्रालय में नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा और ऊर्जा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक में कही। उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा की खपत प्रदेश में ही हो और इसका उपयोग उद्योगों में भी किया जाए।
मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा नवकरणीय ऊर्जा को प्राथमिकता दी जाए। सौर ऊर्जा परियोजना से जो बिजली मिले, उसकी खपत प्रदेश में ही हो, इसकी कोशिश करें। ऊर्जा विभाग को उन्होंने निर्देश दिए कि प्रदेश में पैदा होने वाली सौर ऊर्जा को खरीदें और अन्य संस्थान भी इसकी खरीदी को प्राथमिकता दें।
विकेंद्रीकृत सौर परियोजनाओं को स्थापित करने के लिए विभिन्न् श्रेणियों के उपभोक्ताओं को प्रोत्साहित किया जाए। आम उपभोक्ता द्वारा रूफ टॉप (छत) पर लगाए जाने वाले सौर सेटअप की नेट मीटरिंग में बिजली कंपनी सहयोग दे। प्रदेश में स्थापित होने वाली सौर परियोजनाओं से प्रभावित होने वाले लोगों को परियोजना में रोजगार मिले, यह तय किया जाए।
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि आगर, नीमच और शाजापुर में 15 सौ मेगावॉट की सौर परियोजना स्थापित की जा रही है। इसके लिए सरकारी जमीन आवंटित की गई है। विश्व बैंक ने परियोजना के लिए कर्ज देने पर भी सहमति दी है। विभाग के प्रमुख सचिव मनु श्रीवास्तव ने बताया कि प्रदेश में अभी सौर ऊर्जा की काफी संभावना है। रूफ टॉप पर कई प्रोजेक्ट शुरू किए गए हैं।
इससे बिजली बिल काफी घट गया। पुलिस मुख्यालय में ही बिल डेढ़ लाख रुपए आता था, वो अब आधा हो गया है। बैठक में मुख्य सचिव एसआर मोहंती, अपर मुख्य सचिव ऊर्जा आईसीपी केशरी, प्रमुख सचिव उद्योग डॉ. राजेश राजौरा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।