Nipah Virus से बचने के लिए अपनाएं ये सरल उपाय

नई दिल्ली
पिछले साल मई के महीने में Nipah Virus की चपेट में आने से केरल में 13 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 40 लोग इससे गंभीर रूप से प्रभावित हुए थे। अब एक बार फिर केरल में Nipah ने दस्तक दे दी है। एक युवक को Nipah होने की बात सामने आयी है और इसकी पुष्टि भी हो चुकी है। ऐसे में निपाह से पीड़ित उस युवक के साथ-साथ उसका इलाज कर रही 3 नर्सों और एक और व्यक्ति को सबसे अलग रखा गया है। बीमारी की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि केरल में 700 से ज्यादा लोगों को फिलहाल निगरानी में रखा गया है।
प्रभावित क्षेत्रों की यात्रा से बचें
Nipah वायरस स्वाभाविक रूप से कश्ज़रुकी जानवरों से मनुष्यों तक फैलती है। यह रोग 2001 में और फिर 2007 में पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में भी सामने आया था। इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि केरल के बाहर के लोगों को केवल तभी सावधान रहना चाहिए जब वे प्रभावित क्षेत्रों की यात्रा कर रहे हों या किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आ रहे हों। ऐसे में कुछ आसान उपाय अपनाकर निपाह वायरस से बचा जा सकता है।
निपाह वायरस के लक्षण
निपाह वायरस को NiV इंफेक्शन भी कहा जाता है। इस बीमारी के लक्षणों की बात करें तो सांस लेने में तकलीफ, तेज बुखार, सिरदर्द, जलन, चक्कर आना, भटकाव और बेहोशी शामिल है। इस इंफेक्शन से पीड़ित मरीज को अगर तुरंत इलाज न मिले तो 48 घंटे के अंदर मरीज कोमा में जा सकता है। बीते साल इस बीमारी का केरल ने भारी प्रकोप झेला था। इस बीमारी की चपेट में आकर कई लोगों की मौत हो गई थी।