Protein Week 2021: सर्वे में हुआ खुलासा, प्रोटीन के बिना पुरुषों से ज्यादा खराब है महिलाओं की हेल्थ; पढ़ें पूरी रिपोर्ट

महामारी ने हम में से अधिकांश लोगों को अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने के लिए प्रेरित किया है। चूंकि हेल्थ एक्सपर्ट के बार-बार कहने पर सभी लोगों को ये बात बहुत अच्छे से समझ आ चुकी है कि कोविड से बचाव के लिए हमें अपने इम्यून सिस्टम (Immune System) को मजबूत करना होगा। यही वजह है कि लाखों लोगों ने हेल्दी खान-पान (Healthy Diet) की ओर अपना रुख किया है। इसी बीच सर्वेक्षण रिपोर्ट के जरिए पता चला है कि देश के कई हिस्सों में लोगों के स्वस्थ्य की स्थिति गंभीर बनी हुई है। हाल में हुए एक सर्वे में पाया गया है कि दो भारतीय वयस्कों में से लगभग एक या 46.2 प्रतिशत का जीवन स्तर खराब है।
डैनोन इंडिया ने भारतीय उद्योग परिसंघ (Confederation of Indian Industry) के सहयोग से, प्रोटीन के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए 24-30 जुलाई के बीच प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला प्रोटीन वीक (टीपीडब्ल्यू) का पांचवां संस्करण लॉन्च किया, जो कि एक मैक्रोन्यूट्रिएंट इंटीग्रल है। यानी एक स्वस्थ और सक्रिय जीवन।
देश के इन शहरों में खराब है लोगों के स्वस्थ्य का स्तर
इस आउटलेट के साथ साझा की गई एक रिपोर्ट के अनुसार, यह पता चला है कि भारत में पुरुषों की तुलना में महिलाओं का जीवन स्तर (Quality of life) ज्यादा खराब है, जो कि 50.4 प्रतिशत से 42 फीसदी है। शहर वाइज ब्रेकअप के मामले में कोलकाता के एडल्ट लोगों ने खराब QoL स्कोर के साथ 65 प्रतिशत दर्ज किया, इसके बाद चेन्नई (49.8 प्रतिशत), दिल्ली (48.5 प्रतिशत), पटना (46.2 प्रतिशत), हैदराबाद रहा। (44.4 प्रतिशत), लखनऊ (40 प्रतिशत) और इंदौर (39.2 प्रतिशत)। मुंबई में जीवन की अच्छी गुणवत्ता दर्ज करने वाले वयस्कों का उच्चतम प्रतिशत (68 प्रतिशत) था।
सिर्फ 9 फीसदी लोग देते हैं प्रोटीन पर ध्यान
सर्वे में भारत भर में लगभग सभी (99 प्रतिशत) उत्तरदाताओं ने सहमति व्यक्त की कि शारीरिक स्वास्थ्य और पोषण एक अच्छा QoL होने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जबकि लगभग 98 प्रतिशत आबादी का मानना है कि अच्छी सेहत के लिए प्रोटीन युक्त आहार महत्वपूर्ण है और एक अच्छा क्यूओएल।
सर्वेक्षण के अनुसार, केवल 9 प्रतिशत लोगों ने अपनी प्रोटीन की आवश्यकता मात्रा को पूरा किया। साथ ही 10 अन्य पोषक तत्वों के सेवन के मामले में भी एक बड़ा अंतर मौजूद था जो इम्यूनिटी और समग्र स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी हैं।
फिजिकल हेल्थ को लेकर चिंताजनक हैं हालात
निष्कर्षों के बारे में कहते हुए डैनोन इंडिया के प्रबंध निदेशक, हिमांशु बख्शी ने कहा, कि प्रोटीन वीक (Protein Week 2021) प्रोटीन के बारे में जागरूकता पैदा करने का एक मंच है, जो इसे मुख्यधारा के सार्वजनिक स्वास्थ्य संवाद का हिस्सा बनाता है। शारीरिक स्वस्थ्य उन फैक्टर्स में ले एक है जो व्यक्ति को सही पोषण विकल्पों और हमेशा एक्टिव रहने से प्रभावित हो सकता है।
हैरान करने वाली बात ये है कि 90 प्रतिशत से अधिक लोगों को शारीरिक स्वास्थ्य और पोषण की भूमिका के बारे में जानकारी थी बावजूद इसके सिर्फ 9 प्रतिशत की आबादी ही अपनी डाइट में प्रोटीन को लेती है, जो बहुत चिंताजनक है।
इन शहरों में हुआ प्रोटीन और हेल्थ का सर्वे
बख्शी ने आगे कहा कि सीआईआई और पोषण विशेषज्ञों के साथ हमारे सहयोग के माध्यम से, हम भारतीय वयस्कों को जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने में पोषण और प्रोटीन की भूमिका के बारे में जागरूक करने का प्रयास करते हैं। WHO की प्रश्नावली और अतिरिक्त टूल पर आधारित QoL सर्वे मई-जून 2021 में उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम के राज्यों में किया गया था।
इनमें दिल्ली, मुंबई, लखनऊ, चेन्नई, इंदौर, हैदराबाद, कोलकाता और पटना जैसे शहर शामिल हैं। सर्वे इन जगहों के 2,762 वयस्कों के नमूने के आकार के साथ चार भौगोलिक क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हुए आयोजित किया गया था।