बिहार जाने वाली ट्रेन में ज्यादा हुए यात्री तो आरपीएफ ने बाहर निकाला

नई दिल्ली गर्मियों की छुटि्टयों में दिल्ली से दूसरे राज्यों को जाने वालीं ट्रेनें हांफ रही हैं। लोग परेशान हैं, क्योंकि ट्रेनें 30 घंटे तक की देरी से चल रही हैं। लोग परेशान हैं कि न धुंध है, न बारिश। फिर ट्रेनें क्यों इतनी लेट हैं। 1 मई को नई दिल्ली स्टेशन से पटना जाने के लिए खड़ी संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस में इतनी भीड़ हो गई कि आरपीएफ को पैसेंजर्स को खींचकर निकालना पड़ा। इसके बाद ट्रेन को रवाना किया जा सका। रेलवे अधिकारियों ने बातचीत में बताया कि सबसे अधिक भीड़ यूपी और बिहार जाने वाली ट्रेनों में है। संपूर्ण क्रांति के अलावा बिहार संपर्क क्रांति, पूर्वा एक्सप्रेस और वैशाली एक्सप्रेस ट्रेनों का भी यही हाल है। ट्रेनों की लेटलतीफी पर उत्तर रेलवे ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि इस समय ट्रैक को रिपेयर करने के लिए कई जगह ब्लॉकेज लिए गए हैं। यही वजह है कि ट्रेनें देरी से चल रही हैं। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि पैसेंजर्स को सुरक्षित सफर मुहैया कराना रेलवे की पहली प्राथमिकता है। ट्रेनों का 'लेट चार्ट' स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस 30 घंटे लेट (बुधवार को) मगध एक्सप्रेस 10 घंटे लेट श्रमजीवी एक्सप्रेस 7 घंटे लेट भुवनेश्वर दुरंतो 7 घंटे लेट महाबोधी एक्सप्रेस 6 घंटे लेट नहारलागुन-नई दिल्ली अरुणाचल एक्स. 5 घंटे लेट संपूर्ण क्रांति 4.30 घंटे लेट सियालदाह दुरंतो एसी एक्स. 2 घंटे लेट कानपुर शताब्दी 1.10 घंटे लेट सियालदाह राजधानी 1.15 घंटे लेट (बाकी सभी ट्रेनों की लेटलतीफी गुरुवार की है) उत्तर रेलवे की तैयारियां - 124 कोच जोड़े गए हैं 62 रेग्युलर ट्रेनों में। 30 जून तक रहेगी यह व्यवस्था - 3.88 लाख पैसेंजर एक्स्ट्रा सफर कर पाएंगे इस दौरान इन ट्रेनों में - 62 समर स्पेशल ट्रेनें भी चलाई गई हैं, कुल 2243 ट्रिप्स लगाएंगी - 40 फीसदी ट्रेनें पूर्वोत्तर भारत की ओर चलाई गई हैं, सबसे ज्यादा