देहरादून
क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के पसंदीदा आशियाना डहलिया बैंक हाउस पर फिर जेसीबी चली। मसूरी में कोठी के शेष हिस्सा को शनिवार से फिर तोड़ा जा रहा है। कैंट बोर्ड लंढौर ने इसकी तैयारियां पहले ही पूरी कर ली थी। बता दें कि सचिन जब भी मसूरी आते थे तो यहीं ठहरते थे। यह उनका पसंदीदा आशियाना माना जाता है। शनिवार को डहलिया बैंक कोठी को तोड़ने की कार्रवाई दोपहर 2.30 बजे से शुरू हुई। इस दौरान कैंट बोर्ड सीईओ जाकीर हुसैन, नायब तहसीलदार दयाराम शामिल रहे। कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद रहा।
अक्तूबर 2017 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के करीबी मित्र संजय नारंग की लंढौर कैंट स्थित डेहलिया बैंक हाउस कोठी के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई थी। आरोप था कि नारंग ने अवैध निर्माण किया है। करीब एक सप्ताह चली कार्रवाई के दौरान नारंग ने कोर्ट से तीन माह का स्टे ले लिया था। इसके बाद कैंट बोर्ड को कार्रवाई रोकनी पड़ी। हालांकि इस अभियान में कैंट बोर्ड ने 45 फीसदी कोठी को तोड़ दिया था।
लंढौर कैंट बोर्ड के सीईओ जाकिर हुसैन ने बताया कि नारंग ने कोर्ट से तीन माह का स्टे लिया था। इसके बाद कैंट बोर्ड ने कार्रवाई रोक दी थी। यह पिछले माह खत्म हो गया। उन्होंने बताया कि शेष हिस्से को शनिवार से तोड़ना शुरू कर दिया गया है। सीईओ ने बताया कि इस बीच नियमों के विरुद्ध दोबारा से बाउंड्री वॉल का निर्माण किया गया है। इस संबंध में भी नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि कोठी के बाकी बचे हिस्से को तोड़ दिया जाएगा। मजदूर और जेसीबी मशीनें लगाकर निर्माण को तोड़ा जा रहा है।