यह ज्योतिषीय योग बरसाएगा आग, अभी पड़ेगी और भीषण गर्मी

जबलपुर प्रदेशभर में भीषण गर्मी ने लोगों को परेशान कर रखा है। अभी मई का पहला ही हफ्ता चल रहा है पर सूरज के तेवर तीखे हो चुके हैं। कई शहरों में पारा ४५ पार पहुंच चुका है। बुरी बात तो यह है कि पारे की यह उछाल कम होने की बजाए बढ़ सकती है। मौसम विशेषज्ञों ने तो ऐसी चेतावनी दी ही है, कई ज्योतिषाचार्य भी यह बात कह रहे हैं। अनेक ज्योतिषीय योग अभी और भीषण गर्मी पडऩे की ओर इशारा कर रहे हैं। बरसेंगे अंगारे 25 मई से रोहिणी की शुरुआत होगी। इस दिन सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेगा और इसी के साथ रोहिणी की शुरुआत हो जाएगी। 8 जून को रोहिणी समाप्त होगी। गौरतलब है कि रोहिणी नक्षत्र में गर्मी अपने चरम पर रहती है। ज्योतिषियों का कहना है कि इस बार रोहिणी में विकट गर्मी पड़ेगी। आसमान में सितारों के संयोग इसका साफ संकेत दे रहे हैं। ज्योतिषाचार्य पंडित दीपक दीक्षित बताते हैं कि मंगल के धनु राशि में होने से मंगल-राहु का दृष्टि संबंध बन रहा है। इससे खतरनाक अंगारक योग बन रहा है। अपने नाम के अनुसार यह योग अंगार बरसाने का काम ही करता है। मंगल और केतु मकर राशि में एक साथ  शहर के ज्योतिषाचार्य पंडित जनार्दन शुक्ला के अनुसार इस समय मंगल और केतु मकर राशि में एक साथ हैं। मंगल और केतू का यह साथ 1 मई से शुरु हुआ जोकि 6 नवंबर तक रहेगा। इन दोनों का यह साथ भी आग बरसाने का काम कर रहा है। नवग्रहों में मंगल और केतू दोनों को पाप ग्रहों की संज्ञा दी गई है और ये दोनों बेहद उग्र भी माने जाते हैं। बवंडर के लिए ये योग जिम्मेदार  दो पाप और उग्र ग्रहों का यह संयोग न केवल गर्मी की भीषणता को बढ़ा रहा है बल्कि यह मौसम संबंधी अन्य दिक्कतें भी लाने का कारक बन रहा है। मंगल-केतू के कारण जल्द ही कोई बड़ी प्राकृतिक आपदा आने की आशंका भी जताई जा रही है। तेज हवा, बवंडर, आंधी चलने के लिए ये योग ही जिम्मेदार है। इसके साथ ही बड़े अग्रिकांड और हादसे भी हो सकते हैं।