कान्हा में मिला बाघिन का क्षत विक्षत शव

कान्हा में मिला बाघिन का क्षत विक्षत शव

कान्हा में मिला बाघिन का क्षत विक्षत शव

बाघ द्वारा मार कर खाने की आशंका

tigers-killed-in-kanha-dead-body-found Syed Javed Ali मण्डला - जिले में स्थित कान्हा टाइगर रिज़र्व में एक बाघिन के अवशेष मिले है। बाघिन का सर, पैर के पंजे व शरीर का कुछ भाग मिला है। पार्क प्रबंधन की माने तो बाघिन का शिकार एक बाघ द्वारा किया गया है। बाघ ने बाघिन को मारकर खा लिया। कान्हा टाइगर रिज़र्व की डिप्टी डायरेक्टर अंजना सुचिता तिर्की ने बताया कि हाथी गश्ती के दौरान कान्हा परिक्षेत्र के मुण्डीदादर बीट कक्ष क्रमांक 119 में एक बाघ तेजी से भागते हुये दिखा। जिसके पीछे जाने पर हाथी महावत को बाघ का एक पंजा हड्डी सहित देखने को मिला। आसपास के क्षेत्रो पर अन्य दो पैर के हड्डी सहित व सिर चमड़ा लगा हुआ मिला। आसपास के क्षेत्र में डेढ़ कि़मी़ डाग स्क्वायड के साथ कोम्बिग करने पर कुछ पसली एवं रीढ़ की हड्डियां मिली। मृत बाघ के पैरो के नाखून तथा सभी केनाईन सुरक्षित पाये गये। इस घटना क्रम के दौरान एक अन्य बाघ भी इसी क्षेत्र में विचरण करता देखा गया। इस आधार पर प्रबंधन मान रहा है कि मृत बाघ अन्य बाघ द्वारा मारकर खाया गया। पार्क प्रबंधन का कहना है कि मृत बाघिन की उम्र 2 वर्ष से अधिक है। कैमरा ट्रैप में इसकी फोटो सामने आई है लेकिन जिस बाघ ने इसे मारा है उसकी जानकारी अभी नहीं मिली है। उसकी खोजबीन की जा रही है। बाघ द्वारा बाघिन को मार कर खाने को कान्हा टाइगर रिज़र्व के रिसर्च ऑफिसर डॉ. राकेश शुक्ला असामान्य घटना बता रहे है। उनका कहना है कि कोई भी प्रजाति द्वारा अपनी प्रजाति के जानवर को खाने को कैनिबोलिस्टिक बिहेवियर कहते है। कान्हा में पहले भी ऐसा देखा गया है कि बाघ ने बाघिन या उसके शावक को पूरी तरह या आंशिक रूप से खाया है। टाइगर अपने क्षेत्र में यदि किसी को देखता है तो गुस्से में रहता है। गुस्से में वो इस तरह की हरकत कर देता है। टाइगर, शावकों को इसलिए भी मार देता ताकी वो उनकी माँ बाघिन को मेटिंग के लिए तैयार कर सके। शावकों के रहते हुए बाघिन मैटिंग के लिए तैयार नहीं होती। शावकों की मौत के बाद वो कुछ ही दिनों में इसके लिए तैयार हो जाती है।