राष्ट्रीय खेल दिवस पर हुए विभिन्न आयोजन
सभी वर्गों ने लिया उत्साहपूर्वक भाग, तीरंदाजी मैच रहा प्रमुख आकर्षण
Syed Javed Ali
मण्डला - जिला खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती के अवसर पर विभिन्न खेल आयोजन किए गए। राष्ट्रीय खेल दिवस पर आयोजित किए गए कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए जिला खेल एवं युवा कल्याण अधिकारी रविन्द्र ठाकुर ने बताया कि खेल दिवस के अवसर पर प्रातः 7ः30 बजे इनडोर स्टेडियम से साईकिल रैली का आयोजन किया गया। साईकिल रैली को जिला पंचायत सीईओ तन्वी हुड्डा एवं नगर पालिका उपाध्यक्ष गिरीश चंदानी ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। साईकिल रैली जेलघाट, अवंती विद्यालय, अस्पताल, उदयचौक, चिलमन चौक, लालीपुर, बैगा बैगी चौक तथा रेडक्रॉस भवन से वापस होते हुए इनडोर स्टेडियम पर समाप्त हुई। साईकिल रैली में सभी वर्गों द्वारा उत्साहपूर्वक भाग लिया गया।

इससे पहले फिट इंडिया मूवमेंट का आयोजन किया गया। फिट इंडिया मूवमेंट कार्यक्रम का शुभारंभ पुलिस अधीक्षक आरआरएस परिहार द्वारा किया गया। फिट इंडिया मूवमेंट के संबंध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम का प्रसारण किया गया। इसके पश्चात् खेल अधिकारी रविन्द्र ठाकुर ने खेल के प्रति जागरूकता एवं मेजर ध्यानचंद के जीवन परिचय पर प्रकाश डाला गया। पुलिस अधीक्षक आरआरएस परिहार ने व्यक्ति के जीवन में खेल के महत्व को समझाया गया। श्री परिहार ने ध्यानचंद के जीवन के बारे में बताते हुए खिलाड़ियों को उनसे प्रेरणा लेने की नसीहत दी। उन्होंने ध्यानचंद से जुड़े कई किस्से भी खिलाड़ियों के साथ साँझा किये। उन्होंने बताया कि भारत और जर्मनी के बीच ओलंपिक मैच देखने जर्मनी का तानाशाह हिटलर भी पहुंचा। ध्यानचंद के खेल से प्रभावित होकर हिटलर ने उन्हें जर्मनी की नागरिकता और सेना में उच्च पद की पेशकश की लेकिन ध्यानचंद ने कहा कि वो केवल अपने देश भारत के लिए ही हॉकी खेलेंगे। आज़ादी के बाद ध्यानचंद के इलाज के लिए भारत और पाकिस्तान के खिलाडियों के बीच दिल्ली में मैत्री मैच खेला गया लेकिन ध्यानचंद को बचाया नहीं जा सका।

राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर शाम 4 बजे महात्मा गांधी स्टेडियम में तीरंदाजी मैच का आयोजन किया गया। तीरंदाजी मैच देखने पहुंचे कलेक्टर डॉ. जगदीश चन्द्र जटिया सहित खेल प्रेमी भी उपस्थित रहे। कलेक्टर ने इस दौरान तीरंदाजी से सम्बंधित विभिन्न जानकारी खिलाड़ियों से हासिल की। उन्होंने कहा कि इस खेल में अपार सम्भवनायें है। कुछ चुनिंदा शासकीय स्कूल व हॉस्टल में इस खेल को शुरू करवाने की बात कही। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होंने ध्यानचंद के जीवन के प्रेरणादायक पहलुओं से खिलाडियों को अवगत कराया। कलेक्टर ने बताया कि ध्यानचंद के स्टिक वर्क और उनकी स्किल को देखते हुए दुनिया में कई जगह मैच के दौरान उनकी हॉकी स्टिक चेक की गई। विरोधियों को लगता था कि उनकी हॉकी में चुम्बक है जिस वजह से गेंद उसमे चिपकी रहती है। जितने बार उनकी परीक्षा ली गई उतने बार उन्होंने और बेहतर प्रदर्शन कर अपनी हॉकी से लोगों को बेहतर जवाब दिया। उन्होंने देश को अपनी कप्तानी में लगातार ओलम्पिक स्वर्ण पदक जिताये। उनके भाई रूप सिंह और देते अशोक कुमार भी भारतीय हॉकी के महान खिलाडियों में शामिल है। यह खिलाडियों के लिए गर्व की बात है कि ध्यानचंद के जन्म दिन को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है।
कार्यक्रम के अंत में खेल स्पर्धाओं में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को अतिथियों द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ ही विभिन्न स्पर्धाओं में प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर पर जिले को गौरवान्वित करने वाले खिलाड़ियों को खेल विभाग द्वारा सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर शैलेष दुबे, नपा उपाध्यक्ष गिरीश चंदनी, पार्षद प्रह्लाद सोनी, सैयद जावेद अली, जिला खेल एवं युवक कल्याण अधिकारी रविंद्र ठाकुर सहित विभाग के समस्त कोच, कर्मचारी,खिलाडी व खेल प्रेमी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।