अगर चाहते हैं आपका निवेश सुरक्षित भी रहे और बढ़िया रिटर्न भी दे तो कवर्ड बांड एक अच्छा विकल्प

अगर चाहते हैं आपका निवेश सुरक्षित भी रहे और बढ़िया रिटर्न भी दे तो कवर्ड बांड एक अच्छा विकल्प

नई दिल्ली 
भारतीय निवेशकों के बीच कवर्ड बांड तेजी से लोकप्रिय हुआ है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वित्त वर्ष 2021 में 2,218 करोड़ रुपये के कवर्ड बांड जारी किए गए जबकि सिर्फ दो वित्त वर्ष पहले मात्र 25 करोड़ के बांड जारी किए गए थे। वित्तीय योजनाकारों का कहना है कि कवर्ड बांड में निवेश पर बेहतर रिटर्न के साथ निवेश पर दोहरी सुरक्षा मिलती है। इसलिए हाल के दिनों में निवेशकों के बीच इसकी मांग बढ़ी है। बाजार में कई कवर्ड बांड ऐसे हैं जो 11% तक का रिटर्न ऑफर कर रहे हैं। इसमें केवल 10,000 रुपये से निवेश कर सकते हैं।

 किसी कंपनी को पैसों की जरूरत होती है, तो वह बॉन्ड इश्यू करके निवेशकों से पैसे जुटाती है, जिसे हम कॉर्पोरेट बॉन्ड कहते हैं। ठीक वैसे ही कवर्ड बांड है। इसमें सबसे खास बात यह है कि कवर्ड बॉन्ड में निवेशकों को दोहरी सुरक्षा मिलती है। इसलिए इसे कवर्ड बॉन्ड कहते हैं। नियमित सुरक्षित बांड की तरह, इन बांडों को भी संपत्तियों के एक पूल द्वारा समर्थित किया जाता है। हालांकि, नियमित सुरक्षित बॉन्ड के विपरीत, कवर किए गए बॉन्ड जारीकर्ता इन परिसंपत्तियों को एक स्वतंत्र ट्रस्ट में स्थानांतरित किया जाता है। इसका मतलब है कि अगर कोई बांड जारी करने वाला दिवालिया हो जाता है, तो इसमें बॉन्ड खरीदारों को पुनर्भुगतान में प्राथमिकता मिलती है जैसे हम गाड़ी या गोल्ड लोन का भुगतान करते हैं। इसे दिवालियापन-दूरस्थ बांड कहा जाता है। यानी इस बांड में पैसे डूबने की संभावना नहीं होती है।