अपने वेट लॉस को बूस्ट करने और खुद को फिट रखने के लिए कुछ खास टिप्स

स्ट्रेस इतना आम हो गया है कि अपनी लाइफ में कई बार हर व्यक्ति इससे जूझता है। लेकिन लंबे समय तक स्ट्रेस रहने का मतलब है कि व्यक्ति को कई शारीरिक और मानसिक बीमारियों से जूझना पड़ सकता है। यह वजन बढ़ने का कारण भी बन सकता है, खासकर पेट के पास। रिसर्च तो यह कहता है कि स्ट्रेस ऐबडॉमिनल फैट का कारण बन सकता है। इसे स्ट्रेस बेली भी कहा जाता है, जो यह बताने का तरीका है कि किस तरह स्ट्रेस और स्ट्रेस हॉर्मोंस आपके पेट पर असर डालते हैं।
ऐबडॉमिनल फैट को कई गंभीर हेल्थ प्रॉब्लम्स से जोड़ा जाता है, जिसमें दिल के रोग का खतरा, टाइप 2 डायबिटीज और सांस लेने की तकलीफ शामिल है। लेकिन इन सब में अच्छी खबर यह है कि आप अपनी स्ट्रेस बेली को दूर करने या वेट लॉस को बूस्ट अप करने के लिए बहुत कुछ कर सकते हैं।
क्या है स्ट्रेस बेली
स्ट्रेस बेली यह समझाने का एक तरीका है कि किस तरह स्ट्रेस और हॉर्मोंस आपके वजन को प्रभावित करते हैं, खासकर आपके पेट पर। उदाहरण के लिए, कोर्टिसोल का उच्च स्तर, जो प्राइमरी स्ट्रेस हॉर्मोन है और जिसे ऐबडॉमिनल ओबेसिटी से जोड़ा जाता है। एड्रेनल ग्लैंड में होने वाला यह जरूरी हॉर्मोन ब्लड शुगर कंट्रोल, मेटाबॉलिज्म और शरीर के कई अन्य फंक्शन की मदद भी करता है। एड्रेनलाइन जैसे अन्य हॉर्मोन के साथ कोर्टिसोल शरीर के लिए किसी भी परेशानी के समय लड़ाकू की तरह काम करता है। किसी तनावपूर्ण समय में, कोर्टिसोल स्तर आपको उससे लड़ने के लिए एनर्जी देता है। और एक बार स्ट्रेस ठीक हो जाता है तो सब कुछ वापस सामान्य हो जाता है।
लंबे समय यदि आप स्ट्रेस से जूझ रहे हैं तो यह कई तरह से आपके स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है और स्ट्रेस कोर्टिसोल लेवल भी। क्रॉनिक स्ट्रेस द्वारा बढ़ा हुआ कोर्टिसोल लेवल ट्रिगर होता है, जिसे वजन बढ़ने और ऐबडॉमिनल ओबेसिटी के साथ जुड़ा हुआ है। उदाहरण के लिए, साइकोसोमैटिक मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी रिपोर्ट करती है कि जिन लोगों के शरीर में कोर्टिसोल का स्तर बढ़ा हुआ रहता है, उनकी कमर का साइज और बॉडी मॉस इंडेक्स कम स्तर के लोगों की तुलना में अधिक रहता है। इसी तरह, 2018 में एक रिव्यू स्टडी में यह पाया गया कि लंबे समय तक जिनकी बॉडी में कोर्टिसोल लेवल ज्यादा रहता है, उनमें ऐबडॉमिनल ओबेसिटी भी होती है। हालांकि, यह भी देखा गया है कि मोटापे से ग्रसित सभी लोगों का कोर्टिसोल स्तर ज्यादा नहीं रहता क्योंकि ग्लूकोकोर्टिकॉयड सेंसिटिविटी में जेनेटिक्स की भूमिका हो सकती है।
स्ट्रेस बेली को दूर करने के लिए क्या करें
आपकी उम्र और जेनेटिक्स जैसे विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है कि आपकी बॉडी में फैट कहां स्टोर रहता है। लेकिन फिर भी अपने बेली फैट से छुटकारा पाने और वेट लॉस को बूस्ट अप करने के लिए कई चीजें की जा सकती हैं। उनमें से कुछ यहां दी जा रही हैं, जिनकी मदद से आप स्ट्रेस बेली को बाय कर सकते हैं:
बैलेंस्ड डाइट खाएं
ताजे फल, हरी सब्जियां और अनाज को अपनी डाइट में शामिल करें। एक हेल्दी डाइट वेट लॉस और वजन मैनेज करने में आपकी मदद करता है। रिसर्च बताती हैं कि B विटामिन युक्त फूड स्ट्रेस से आराम देने में मदद करते हैं। इसलिए, आप डार्क, ग्रीन, पत्तेदार सब्जियां, केला आदि को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।
कुल कैलोरी कम करें
ऐसे फूड से परहेज करें, जिनमें कैलोरी ज्यादा और न्यूट्रिशन कम होता है। फ्रुक्टोज और हाइड्रोजेनेटेड वेजीटेबल ऑयल्स से परहेज करें। यदि आप ड्रिंक करते हैं तो बहुत अधिक मात्रा में न करके सीमा में करें। यह जरूरी है क्योंकि अल्कोहलिक ड्रिंक्स में कैलोरी बहुत ज्यादा होती है।
खूब एक्टिव रहें
सुस्त और आलसी लाइफस्टाइल अपने साथ कई हेल्थ प्रॉब्लम्स लेकर आती है, जिसमें वजन का बढ़ना भी शामिल है। रोजाना एक्सरसाइज करने से बेली फैट कम होगा, वेट लॉस जल्दी होगा और आपका मूड भी बढ़िया रहेगा। यह सलाह दी जाती है कि एक व्यक्ति को अधिकतर दिन कम से कम 30 मिनट का मॉडरेट इंटेंसिटी की एक्सरसाइज और कुछ दिन स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करनी चाहिए। वेट लॉस के लिए अपने रोजाना के रूटीन में एक्सरसाइज जरूर करना चाहिए।
स्ट्रेस को करें मैनेज
जैसा कि ऊपर बताया गया है, स्ट्रेस से आपका वजन बढ़ता रहता है, खासकर पेट के पास। इसलिए, आप खुद को स्ट्रेस फ्री रखने के उपायों के बारे में सोचें और उस पर अमल करें। योग, मेडिटेशन, एक्सरसाइज आदि उपाय करके आप खुद को स्ट्रेस फ्री रख सकते हैं और स्ट्रेस बेली से निजात पा सकते हैं।
भरपूर नींद लें
यदि आप वेट लॉस की कोशिश कर रहे हैं तो आपका पूरी नींद लेना जरूरी है। रिसर्च बताते हैं कि जो वयस्क छह घंटे से कम और नौ घंटे से अधिक सोते हैं, उनके विसरल फैट ज्यादा होते हैं। एक वयस्क को रोज रात सात से नौ घंटे के बीच नींद लेने की सलाह दी जाती है।
कहने का अर्थ यह है कि आपकी स्ट्रेस बेली हो या न हो, आपको वेट लॉस करना हो या न करना हो, एक सेंसिबल लाइफस्टाइल आपको कई बीमारियों से बचाती है और आपको हेल्दी रखती है।