अब 45 से कम उम्र के फ्रंट लाइन वर्कर भी नहीं लगवा सकेंगे कोरोना का टीका

गोरखपुर
कोरोना वैक्सीन के संकट को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने तेवर तल्ख कर दिए हैं। शासन ने 45 साल से कम उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाने पर रोक लगा दी है। 45 साल से कम उम्र के फ्रंटलाइन या हेल्थ वर्करों को भी अब वैक्सीन की पहली डोज नहीं लगाई जाएगी। बताया जा रहा है कि देश में कोविड वैक्सीन का संकट है। संक्रमण बढ़ने के कारण बड़ी संख्या में लोग वैक्सीन लगवाने के लिए सरकारी व निजी अस्पताल पर पहुंच रहे हैं। इनमें 45 से कम उम्र वाले लोग भी शामिल हैं। बीते दिनों ऐसे कई लोगों को टीका लग गया। इन्हें टीका फ्रंटलाइन वर्कर या स्वास्थ्यकर्मी करार देकर लगाया गया।
इस मामले में शासन ने स्पष्ट तौर पर अब रोक लगा दी है। शासन ने सीएमओ को निर्देशित करते हुए कहा कि 45 वर्ष से कम उम्र के लोगों को किसी भी सूरत में टीका नहीं लगना चाहिए। अगर कोई फ्रंटलाइन वर्कर या हेल्थ वर्कर बता रहा है तो उसे भी पहली डोज नहीं लगेगी। इस आदेश की तस्दीक सीएमओ ने भी की। इसको लेकर शासन के तेवर बेहद सख्त है। शासन ने सीएमओ से ऐसे अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई करने को भी कहा है। शासन ने साफ किया है कि वैक्सीनेशन में गड़बड़ी मिलने पर डीएम व सीएमओ जवाबदेह होंगे।
यह सही है कि शासन की तरफ से निर्देश आ गया है। कोविन पोर्टल पर भी अब फ्रंटलाइन वर्कर और हेल्थ वर्कर सेगमेंट में 45 साल से कम लोगों की एंट्री नहीं हो रही है। ऐसा करने वाले अस्पतालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उनसे जुर्माना भी वसूला जाएगा।