अमेरिका के ऐतिहासिक चर्च में ज्वलनशील द्रव्य तथा लाइटर लेकर घुसा शख्स गिरफ्तार
न्यूयॉर्क
पैरिस के नोट्रे डेम कैथेड्रल के आग की चपेट में आने के बाद बुधवार रात को अमेरिका के ऐतिहासिक चर्च सेंट पैट्रिक्स कैथेड्रल में गैसोलीन के 2 केन और लाइटर के साथ प्रवेश करने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। न्यू यॉर्क पुलिस विभाग में खुफिया एवं आतंकवाद रोधी मामलों के उपायुक्त जॉन मिलर ने बताया कि न्यू जर्सी के 37 वर्षीय अज्ञात व्यक्ति को मैनहट्टन के फिफ्थ अवेन्यू स्थित कैथेड्रल में ज्वलनशील द्रव्य तथा लाइटर के साथ गिरफ्तार किया गया।
मिलर ने कहा, ‘व्यक्ति ने कहा कि उसकी कार में गैस कम थी। हमने वाहन देखा। उसमें गैस कम नहीं थी। हमने उसे हिरासत में ले लिया।’ उन्होंने कहा कि यह बताना मुश्किल है कि उसका इरादा क्या था, लेकिन किसी व्यक्ति का गैस लेकर कैथेड्रल में आना चिंता की बात है। व्यक्ति की कहानी में एकरूपता नहीं है। जांच टीम ने बताया कि कैथेड्रल में प्रवेश के वक्त चर्च में काम करनेवाले एक शख्स ने आरोपी को रोका और उसे बताया कि गिरिजाघर में इस तरह की चीजों के साथ प्रवेश नहीं कर सकते हैं।
इसके बाद आरोपी भी वहां से जाने के लिए मुड़ा और इस क्रम में कुछ गैस जमीन पर लीक हो गई। इस कैथेड्रल का निर्माण 1878 में हुआ है और स्थानीय लोगों के लिए यह दर्शनीय जगह है। मामले की जांच कर रहे मिलर ने कहा, 'ऐतिहासिक चर्च में गैल और लाइटर के साथ घुसनेवाले इस शख्स को लेकर अभी निश्चित रूप से हम कुछ नहीं कह सकते। हालांकि, इसके बैकग्राउंड की भी हम जांच कर रहे हैं।'