अमेरिकी की बड़ी उपलब्धि- धरती से आंतरिक्ष के लिए भेजा विमान

अमेरिकी की बड़ी उपलब्धि- धरती से आंतरिक्ष के लिए भेजा विमान

 
वॉशिंगटन

अमेरिका की एक कंपनी ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए वीएसएस यूनिटी यान का सफल परीक्षण किया। यहां  रिचर्ड ब्रैनसन की वर्जिन गैलेक्टिक कंपनी  ने स्पेस टूरिज्म में सफलता हासिल करते हुए गुरुवार को धरती से आंतरिक्ष के लिए विमान रवाना किया। इसमें दो पायलट थे और इसे कैलिफोर्निया के मोजावो से छोड़ा गया। 

वर्जिन की स्थापना साल 2004 में ब्रैनसन ने की थी। साल 2011 के बाद ये पहली बार है जब अमेरिका की धरती से कोई यान अंतरिक्ष यात्री को लेकर उड़ा है। इसे स्पेस टूरिज्म की ओर एक बड़ी सफलता के तौर पर देखा जा रहा है। इससे पहले अमेरिका अपने वैज्ञानिकों को रूस से अंतरिक्ष में भेजता था। हालांकि इस रेस में एलन मस्क की टेस्ला, जेफ बेजोस की ब्लू ओरिजिन और बोइंग कंपनियां भी शामिल थीं।  

ब्रैनसन का कहना है कि अभी तक करीब 700 लोगों में से प्रत्येक ने टिकट के लिए 1.75 करोड़ रुपए दिए हैं। इससे पहले साल 2014 में वर्जिन का अंतरिक्ष यान वीएसएस एंटरप्राइज टेस्ट फ्लाइट के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में दो पायलटों में से एक की मौत भी हो गई थी। बताया जा रहा कि वर्जिन गैलेक्टिक का वीएसएस यूनिटी यान आवाज से तीन गुना अधिक गति के साथ अंतरिक्ष में गया था।


रिचर्ड ब्रैनसन की कंपनी वर्जिन किसी व्यक्ति को अंतरिक्ष में भेजने वाली पहली निजी कंपनी बन गई है। वीएसएस यूनिटी पृथ्वी से 83 किलोमीटर तक ऊपर गया। बता दें अमेरिका के एविएशन विभाग के अनुसार 80 किलोमीटर से ज्यादा की ऊंचाई को ही अंतरिक्ष माना जाता है। वहीं वैश्विक तौर पर 100 किलोमीटर से ज्यादा की ऊंचाई को अंतरिक्ष माना जाता है।