आदिवासियों पर वन विभाग की टीम ने दागे छर्रे, 4 घायलों में एक की हालत नाजुक

आदिवासियों पर वन विभाग की टीम ने दागे छर्रे, 4 घायलों में एक की हालत नाजुक

बुरहानपुर
नेपानगर के ग्राम बदनापुर वन परिक्षेत्र में वन विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम पर आदिवासियों ने हमला कर दिया. आदिवासियों के अतिक्रमण को हटाने पहुंचे इस दल पर पथराव किया तो अतिक्रमण हटाने पहुंची टीम छर्रे दागे और मौके से जान बचाकर भाग निकलीं. बंदूक से छोड़े गए छर्रे से 4- 5 लोग घायल हो गए. घायलों में गोखरिया सिंह नाम के युवक की स्थिति गंभीर होने पर उसे बुरहानपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया.

वन विभाग की बीट संख्या 145 इलाके में हुई घटना में घायल युवक की हालात गंभीर होने की सूचना मिली तो मौके पर उसे देखने के लिए कलेक्टर और एसपी भी पहुंच गए. घायल को नीचे एक्सरे कक्ष में लाया गया जिसके बाद कलेक्टर और एसपी करीब 3 घंटे तक उस घायल को देखने अस्पताल में रह गए. इसके बाद उसे देखने के लिए सिविल सर्जन से लेकर सारे वरिष्ठ डॉक्टर भी पहुंच गए लेकिन युवक के शरीर में करीब 5 छर्रे घुसे होने से उसे इंदौर के एमवाई हॉस्पिटल ले जाने के लिए खुद कलेक्टर ने परिजनों से गुहार लगाई.

जिसके बाद घायल सुरक्षा के साथ इंदौर ले जाया गया. घायल को इंदौर पहुंचने के लिए एसपी ने जिम्मेदारी कोतवाली टीआई और एक जवान को घायल के साथ एम्बुलेंस में भेजा है, वहीं घायल की मां ने बताया कि छर्रे लगने से उसे इंदौर रेफर किया गया है. पूरे मामले में मीडिया ने कलेक्टर राजेश कौल से बात करना चाही तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से मना कर दिया. सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार युवक पर छर्रे से हमला करने के बाद इंदौर संभाग के आयुक्त ने मामले को संज्ञान में लेकर कलेक्टर और एसपी को घायल युवक का अच्छे ढंग से इलाज कराने और उसकी मॉनिटरिंग करने निर्देश दिए हैं, जिसके चलते कलेक्टर कौल कुछ भी बोलने से बचते नजर आए.

इस मामले मे डीएफओ ने बताया कि आरोपियों पर शासकीय कार्य में बाधा डालने के तहत मामला दर्ज कर घायलों को इलाज के लिए इंदौर भेजा गया है. घटना के संबंध में जांच करने पहुंचे सीसीएफ एस एस रावत ने बताया कि कार्रवाई के संबंध में जानकारी जुटाने और इस मामले से प्रशासन को अवगत कराने के सिलसिले वे बुरहानपुर पहुंचे हैं.