आयोग ने मानवाधिकार हनन के प्रकरणों में लिया संज्ञान
भोपाल
मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने आज मानवाधिकार हनन की विभिन्न घटनाओं पर संज्ञान लेते हुए जांच प्रतिवेदन तलब किया। आयोग के अनुसार ग्वालियर के शेल्टर होम स्नेहालय में रहने वाली 19 वर्षीय मंदबुद्धि युवती, जो कई गंभीर बीमारियों से ग्रसित थी उसे 12 दिन पहले ठीक बताकर ग्वालियर के जे ए अस्पताल से छुट्टी कर दी गई थी, की मौत हो जाने के मामले में संज्ञान लेकर ग्वालियर के महिला व बाल विकास अधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्य अधिकारी से मृतका के उपचार से संबंधित सभी दस्तावेजों की प्रतियां तलब की। वहीं पन्ना जिले में अपात्रों के मजदूरी व गरीबी रेखा के कार्ड बनने एवं पात्र असली मजदूरों को कार्ड बनवाने के लिए परेशान होने के मामले में संज्ञान लेकर कलेक्टर पन्ना से एक माह में प्रतिवेदन मांगा है। इसके साथ ही आयोग ने बालाघाट नगर में बिना अनुमति एक घर की छत पर 15 से अधिक कंपनियों के मोबाइल टावर लगे होने के कारण रहवासियों को रेडिएशन के खतरे से हो रही परेशानी के मद्देनजर संज्ञान लिया है।
इसके अलावा सागर जिले के शासकीय अनुसूचित जाति उत्कृष्ट बालक छात्रावास, बंडा में अव्यवस्थाओं के कारण छात्रों को भरपेट भोजन न मिलने के मामले में संज्ञान लेकर कलेक्टर सागर से तयात्मक प्रतिवेदन मांगा है। वहीं भोपाल के एम0पी0 नगर क्षेत्र में बैंक की रिकवरी अधिकारी महिला को पुलिस के रिश्तेदार द्वारा तेजाब से चेहरा बिगाड़ने की धमकी देने के मामले में भी संज्ञान लिया गया है। उधर छतरपुर जिले के नौगांव में सूदखोरी से परेशान किसान पूरनसिंह भदौरिया द्वारा कलेक्ट्रेट पहुंचकर कीटनाशक गोलियां खाकर आत्महत्या कर लेने के मामले में संज्ञान लेकर जिला कलेक्टर से तयात्मक प्रतिवेदन मांगा है। इसके अलावा सागर जिले के केन्द्रीय कारागार में बंदी युवक के साथ बेरहमी से मारपीट होने तथा तीन माह पूर्व एक कैदी द्वारा प्रताड़ना से प्रताड़ित होकर आत्महत्या का प्रयास करने के मामले में संज्ञान लिया गया है।