आदिवासी महिलाओं को नगद में बांटी 7 हजार की राशि, कांग्रेस विधायक ने की शिकायत
भोपाल
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर बुधवार को मतदान होना है| अंतिम समय में राजनीतिक दलों ने हर तरह से जनता को साधने की कोशिश की है| इस बीच आचार संहिता उल्लंघन के भी कई मामले सामने आये हैं| कांग्रेस विधायक और श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रामनिवास रावत ने आचार संहिता के उल्लंघन की निर्वाचन आयोग से शिकायत की है| रावत ने चुनाव आयोग में शिकायत कर प्रशासन पर आदिवासी महिलाओं को नगद राशि वितरित करने के आरोप लगाए हैं। रावत ने मंगलवार को चुनाव आयोग को पत्र लिखकर श्योपुर कलेक्टर एवं आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की मांग की है।
उन्होंने अपनी शिकायत में बताया है कि कुपोषण से जंग अभियान के तहत विशेष पिछड़ी जनजाति सहरिया महिलाओं को पोषण के लिए एक हजार रुपए हर महीने दी जाने वाली राशि चुनाव से ठीक पहले एक साथ खाते में जमा कराई गई है| जबकि सात-आठ माह से यह राशि जमा नहीं कराई गई थी| अब लोगों को यह बताया जा रहा है कि यह राशि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भेजी है, इसलिए भाजपा को वोट दें| उन्होंने लिखा है इस सम्बन्ध में उनके द्वारा जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत कराया गया है, लेकिन इस सम्बन्ध में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई| उन्होंने कहा विजयपुर विधानसभा क्षेत्र में हजारों सहरिया महिलाओं के खाते में एक साथ 7-8 हजार रुपए जमा किये गए और कियोस्क बैंकों के माध्यम से नगद भुगतान कराया जा रहा है| इतना ही नहीं महिलाओं को यह कहा जा रहा है कि यह राशि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भेजी है इसलिए आप भाजपा को वोट करें, खुलेआम चुनाव को प्रभावित किया जा रहा है|
कांग्रेस विधायक ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त को भी शिकायत की है और पत्र लिखकर प्रशासन पर सवाल उठाये हैं| रावत ने कहा कि उन्होंने पूर्व में शिकायत की थी, जिसकी जांच श्योपुर कलेक्टर कर रहे हैं। लेकिन अभी तक जांच पूरी नहीं हुई है। रावत ने आयोग को लिखा कि इस मामले में खुद कलेक्टर दोषी हैं, ऐसे में आयोग इस मामले में तत्काल निर्णय ले। रावत ने लिखा कि नगद राशि के वितरण से चुनाव प्रभावित हो सकता है।