इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का देशव्यापी आंदोलन, MP के डॉक्टर भी दे रहे हैं साथ

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का देशव्यापी आंदोलन, MP के डॉक्टर भी दे रहे हैं साथ

इंदौर
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आव्हान पर आज मध्य प्रदेश के सभी निजी और सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के डॉक्टर देशव्यापी आंदोलन में शामिल होंगे. इंदौर के एम.जी.एम. मेडिकल कॉलेज, भोपाल के जीएमसी और हमीदिया अस्पताल, जबलपुर और ग्वालियर सहित सभी मेडिकल कॉलेजों के शिक्षक और स्टाफ धरना और प्रदर्शन करेंगे. प्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री तुलसीराम सिलावट ने डॉक्टरों की हड़ताल को देखते हुए सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में विशेष इंतज़ाम रखने के निर्देश दिए हैं.

इंदौर के सभी चिकित्सा शिक्षक, आई एम ए के आव्हान के समर्थन में एम. वाय. अस्पताल के मुख्य द्वार पर धरना प्रदर्शन करेंगे. इसमें आई एम ए इंदौर, जेडीए के डॉक्टर्स भी सम्मिलित होंगे. प्रदेश के सभी प्राइवेट हॉस्पिटल, नर्सिंग होम और एम्स भोपाल के डॉक्टर देशव्यापी आंदोलन का हिस्सा होंगे.

इस आंदोलन में एम वाय अस्पताल में किसी भी प्रकार के सामान्य कार्य, ओपीडी, सामान्य ऑपरेशन, मेडिकल कॉलेज में शिक्षण का कार्य नहीं होगा. लेकिन सभी एमरजेंसी सेवाएं 24 घंटे बहाल रहेंगी.
 
प्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री तुलसीराम सिलावट ने डॉक्टरों की हड़ताल को देखते हुए सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में विशेष इंतज़ाम रखने के निर्देश दिए हैं.

उन्होंने कहा, 'निजी अस्पतालों की ओपीडी बंद होने से मरीज़ों को अधिक परेशानी नहीं हो, इसके लिए सभी व्यवस्थाएं पहले से ही सुनिश्चित कर ली जाएं. सोमवार को निजी अस्पतालों की ओपीडी बंद होने से शासकीय अस्पतालों की ओपीडी में ज्यादा मरीजों के आने की संभावना है. इसको ध्यान में रख व्यवस्था की जाए.'

मंत्री सिलावट के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों, अस्पताल के सिविल सर्जन को निर्देश ज़ारी कर दिए हैं. उन्हें कहा गया है कि अस्पतालों में ओपीडी की व्यवस्था को सुनिश्चत करें. जरूरत पड़ने पर संभागायुक्त , कलेक्टर, एसपी से भी सहयोग लें. स्वास्थ्य आयुक्त ने इस संबंध में कमिश्नर, कलेक्टर को भी जानकारी देकर ओ पी डी की व्यवस्था में सहयोग के लिए कहा है.