इंदौर पुलिस की महिला अधिकारी ने बनाया खुशियां बांटने वाला मोबाइल ऐप

इंदौर पुलिस की महिला अधिकारी ने बनाया खुशियां बांटने वाला मोबाइल ऐप

इंदौर के एडीपी दफ्तर में पदस्थ महिला पुलिस अधिकारी नए एक ऐसी मोबाइल एप्लीकेशन बनाई है, जो लोगों को खुशियां बांटने का काम करेगी. इस ऐप के माध्यम से लोग एक दूसरे की खुशियां शेयर कर सकते हैं. एआईजी सोनाली दुबे के अनुसार उन्हें इसका आइडिया एक रिसर्च से आया था. दरअसल, एक विषय पर रिसर्च करने आये विदेशी दल के सदस्यों ने कहा था कि इंदौर के लोग बहुत चिड़चिड़े हैं, और तनाव से ग्रसित है, जिसके कारण वे छोटी-छोटी बातों पर विवाद करते हैं.

एआईजी सोनाली दुबे द्वारा बनाई गई इस एप्लीकेशन का नाम है शेयरिंग ऑफ हैप्पीनेस. इस महिला अधिकारी का एक मात्र उद्देश्य है क्राइम कंट्रोल. विदेशी दल के सदस्यों की बात सुनने के बाद महिला सोनाली दुबे ने इस ऐप को बनाने की प्रेरणा मिली. सोनाली दुबे के अनुसार इसे एंड्रॉएड मोबाइल धारक गुगल प्ले से डाउनलोड कर सकते हैं. इसके साथ ही आईफोन यूजर भी इस ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं. इस ऐप को डाउनलोड करते हैं इसकी वॉल पर ही इसका उद्देश्य अंकित किया गया है.

महिला पुलिस अधिकारी सोनाली दुबे का कहना है कि तनावग्रस्त स्थिति से लोगों को बाहर निकालना और उनके चेहरों पर मुस्कान लाना ही इस ऐप का प्रमुख उद्देश्य है. इस ऐप के माध्यम से पुलिसकर्मियों सहित आप जनता इस ऐप के जरिए न सिर्फ गिफ्ट बुक कर सकते हैं, बल्कि किसी को ऐप सेंड पर उसके चेहरे पर मुस्कान ला सकते हैं. महिला पुलिस अधिकारी सोनाली दुबे का कहना है कि वे इससे पहले भी दानपात्र नाम से ऐप तैयार कर चुकी है. इससे कई लोगों को लाभ भी मिला है.

एआईजी अधिकारी सोनाली दुबे ने बताया कि एक रिसर्च में उन्हें जानकारी मिली कि चीन में देखा गया कि बच्चे जो गेम खेलते हैं तो उसमें होने वाले एक्शन सीख जाते हैं, जो कि हिंसक रूप लेते हैं. ऐसे में उन्होंने सोचा कि जब हिंसक गेम का असर हिंसक होता है तो क्यों ने खुशी जाहिर करने और फैलाने के लिए भी एक एप्लीकेशन तैयार किया जाए.