इंसास राइफल के साथ 8 लाख के इनामी नक्सली ने किया सरेंडर
जगदलपुर
सुकमा जिले में सक्रिय 8 लाख रुपए के इनामी नक्सली वेट्टी रामा ने गुरुवार को बस्तर रेंज के आईजी विवेकानंद सिन्हा के समक्ष अपने इंसास राइफल के साथ आत्मसमर्पण किया। वेट्टी रामा ने छत्तीसगढ़ द्वारा बस्तर में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान और शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर ये फैसला किया। इस दौरान वेट्टी ने कहा कि नक्सली जिस विचारधारा की बात कर युवाओं को हिंसा की ओर धकेल रहे हैं, वह पूरी तरह खोखली है। 23 वर्षों तक संगठन में सक्रिय रहने के बाद वेट्टी को यह अनुभव हुआ कि नक्सलवादी विचारधारा पूरी तरह विध्वंसकारी है और इस तरह उसने समाज की मुख्यधारा में शामिल होने का निर्णय लिया।
आत्मसमर्पण करने वाले वेट्टी को पत्रकारों से रूबरू कराते हुए आईजी विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि वह प्रतिबंधित नक्सल संगठन में कोंटा क्षेत्र के अंतर्गत पिछले 23 वर्षों से काम कर रहा था। उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट व अन्य मामलों में अलग-अलग थानों में 19 मामले दर्ज हैं। वह साल 2006 में कोंटा क्षेत्र में नागा बटालियन के जवानों से भरे वाहन में IED ब्लास्ट करने, 2007 में उरपलमेंटा में एंबुश की घटना, साल 2008 में भेज्जी थाना क्षेत्र में पुलिस पार्टी पर हमला करने, साल 2014 में कसालपाड़ मुठभेड़, साल 2017 में भेज्जी में एंबुश लगाने सहित कई अन्य घटनाओं में शामिल रहा है।
प्रेस वार्ता के दौरान आइजी विवेकानंद सिन्हा के साथ, डिप्टी आइजी रतन डांगी, सीआरपीएफ के डिप्टी आईजी एस एलेंगो, सुकमा के एसपी अभिषेक मीणा सहित बस्तर रेंज के अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
वेट्टी रामा कोंटा एरिया कमेटी का दलम कमेटी कमांडर और डीवीसी सदस्य भी रहा है। वो 2006 से 2011 तक भेज्जी का LOS कमांडर रहा है। साल 2011 से 2014 तक वो कोंटा क्षेत्र की जनताना सरकार का अध्यक्ष रह चुका है। वहीं साल 2014 से 2018 तक वेट्टी रामा दलम कमेटी का कमांडर और छात्र संगठन का अध्यक्ष था।