ईरान ने जिस अमेरिकी ड्रोन को मार गिराया, उसकी ताकत और गति थी बेमिसाल

ईरान ने जिस अमेरिकी ड्रोन को मार गिराया, उसकी ताकत और गति थी बेमिसाल

 
वॉशिंगटन 

ईरान ने अमेरिका के शक्तिशाली RQ-4 ग्लोबल हॉक सर्विलांस ड्रोन को मार गिराया था। इसके बाद राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने ईरान पर सैन्य कार्रवाई की मंजूरी दे दी थी, लेकिन देर रात तक उन्होंने आदेश वापस भी ले लिया था। ईरान ने अमेरिका के गिराए ड्रोन की तस्वीरें भी जारी की। अमेरिका का यह शक्तिशाली ड्रोन पानी और कोस्टल एरिया में सर्विलांस में सक्षम था। हर तरह के मौसम और दिन-रात किसी भी समय ड्रोन के जरिए उच्च गुणवत्ता वाले तस्वीरें लेने में भी ड्रोन सक्षम था।

60,000 फीट ऊंचाई पर उड़ने में सक्षम 
अमेरिका का यह ताकतवर ड्रोन 60 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ने में सक्षम है। आम तौर पर किसी कमर्शल एयरलाइन की औसत ऊंचाई पर उड़ने की क्षमता से यह लगभग दोगुना है। 

जबरदस्त रफ्तार है ड्रोन की ताकत 
इस ड्रोन की ताकत लगातार उड़ान भरने में सक्षम होना भी है। 32 घंटे तक लगातार यह ड्रोन 22,780 किमी. की रफ्तार से उड़ान में यह ड्रोन सक्षम है। 

बहुत बड़ी लागत खर्च हुई थी निर्माण में 
इस ताकतवर ड्रोन की लागत पर भी अमेरिका ने बेहिसाब पैसा खर्च किया था। 2011 में अमेरिकी सेना के अनुसार, इसे बनाने में 176 मिलियन की रकम खर्च हुई थी। गवर्नमेंट अकाउंटिबिलिटी ऑफिस के अनुसार, ग्लोबल हॉक सर्विलांस ड्रोन के निर्माण और आधुनिक सुविधाओं से लैस करने में 220 मिलियन डॉलर से अधिक का खर्च किया। 

कई महत्वपूर्ण ऑपरेशन में हुआ था ड्रोन का प्रयोग 
RQ-4 ग्लोबल हॉक सर्विलांस ड्रोन ने पहली उड़ान 28 फरवरी 1998 में भरी थी और इसके बाद से लगभग 2,50,000 घंटों तक की उड़ान भरी। इस ड्रोन का प्रयोग कई प्रमुख सैन्य अभियानों में किया गया। इराक, अफगानिस्तान, नॉर्थ अफ्रीका और ग्रेटर एशिया पैसेफिक क्षेत्रों में इस सर्विलांस ड्रोन का प्रयोग किया गया। 

बोइंग 737 पैसेंजर जेट की तरह ही इस ड्रोन में भी 130-एफटी विंग्सपैन का प्रयोग किया गया। इसकी लंबाई करीब 44 फीट थी और वजन लगभग 12 टन रहा। यह लंबाई और वजन एक छोटे बिजनस जेट के बराबर है।