उपचुनाव: बिहार में NDA को लगा झटका, UP में SP को सबसे ज्यादा फायदा, जानें 51 विधानसभा सीटों के नतीजे

उपचुनाव: बिहार में NDA को लगा झटका, UP में SP को सबसे ज्यादा फायदा, जानें 51 विधानसभा सीटों के नतीजे

 नई दिल्ली 
भाजपा और इसके सहयोगी दलों ने 18 राज्यों में 51 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों में बृहस्पतिवार को आधी से अधिक सीटों पर जीत दर्ज की। कांग्रेस करीब दर्जन भर सीटों पर विजेता रही, जबकि असदुद्दीन ओवैसी नीत एआईएमआईएम ने बिहार में अपनी पहली चुनावी जीत दर्ज की। वहीं, दो लोकसभा सीटों पर हुए उपचुनावों में लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के प्रिंस राज ने समस्तीपुर(सु) सीट पर जीत दर्ज की। महाराष्ट्र की सतारा लोकसभा सीट पर सिक्किम के पूर्व राज्यपाल एवं राकांपा प्रत्याशी श्रीनिवास पाटील विजयी रहे। ये उपचुनाव 21 अक्टूबर को हुए थे। उपचुनावों में उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को सबसे बड़ा फायदा हुआ, जिसने सत्तारूढ़ भाजपा और बसपा से एक-एक सीट छीनी। राज्य में राजग (एनडीए) ने आठ सीटों पर जीत दर्ज की। इस तरह उसे एक सीट का नुकसान हुआ। 

यूपी में उपचुनाव के नतीजे
उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में सबसे बड़ा लाभ सपा को हुआ, जिसने एक एक सीट भाजपा और बसपा से छीनी जबकि रामपुर सीट पर कब्जा बरकरार रखा। उप्र में कुल 11 विधानसभा सीटों में भाजपा ने सात और उसके सहयोगी अपना दल :सोनेलाल: ने एक सीट जीती। सपा ने जैदपुर सीट भाजपा से और जलालपुर सीट बसपा से छीनकर अपने खाते में डाली। रामपुर सीट पर पार्टी का कब्जा बरकरार रहा। भाजपा ने बलहा, गंगोह, मानिकपुर, घोसी, इगलास, लखनऊ कैण्ट और गोविन्दनगर सीटों पर जीत हासिल की जबकि अपना दल :एस: ने प्रतापगढ सीट बरकरार रखी । 

बिहार में उपचुनाव के नतीजे
बिहार में सत्तारूढ़ जद (यू) को तगड़ा झटका लगा। पार्टी ने विधानसभा उपुचनाव में कुल पांच में से चार सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे लेकिन उसे एक पर ही जीत मिली। वहीं, राजद ने दो सीटें जीती, जबकि एआईएमआईएम एक सीट पर विजयी रही। एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार विजेता रहा। भाजपा के बागी उम्मीदवार करनजीत सिंह ने दरौंदा सीट बतौर निर्दलीय प्रत्याशी जीती। उपचुनाव के नतीजें राजद के चेहरे पर मुस्कुराहट लेकर आए। हैदराबाद के सांसद ओवैसी नीत एआईएमआईएम ने मुस्लिम बहुल सीट किशनगंज पर जीत दर्ज कर राज्य में दस्तक दी। जद (यू) सिर्फ नाथनगर सीट ही जीत पाई जहां उसके उम्मीदवार लक्ष्मी कांत मंडल ने राजद की राबिया खातून को 5,000से अधिक वोटों के अंतर से हराया। जिन पांच सीटों पर उपचुनाव हुए उनमें चार सीटें भाजपा के सहयोगी दल जद(यू) के पास थी जबकि एक पर कांग्रेस का कब्जा था। भाजपा एवं उसके सहयोगी दलों द्वारा शासित जिन राज्यों में विधानसभा उपचुनाव हुए, उनमें सर्वाधिक 11 सीटों पर उत्तर प्रदेश में उपचुनाव हुए थे। जबकि गुजरात में छह, बिहार में पांच, असम में चार और हिमाचल प्रदेश तथा तमिलनाडु में दो-दो सीटों पर उपचुनाव हुए थे। 

साथ ही, पंजाब (4), केरल (5), सिक्किम (3), राजस्थान (2) और अरूणाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पुडुचेरी, मेघालय और तेलंगाना में एक-एक सीट पर उपचुनाव हुए थे। मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने अपनी परंपरागत सीट झाबुआ मुख्य विपक्षी दल भाजपा से छीन ली है। इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी एवं भाजपा उम्मीदवार भानू भूरिया को 27 हजार 804 मतों से हरा दिया है।

राज्य विधानसभा में कांग्रेस के अब 115 सदस्य हो गये हैं और 230 सदस्यीय विधानसभा में यह सामान्य बहुमत से एक सीट पीछे रह गई है। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित चित्रकोट विधानसभा सीट में कांग्रेस के राजमन बेंजाम ने अपने निकटतम भारतीय जनता पार्टी के लच्छुराम कश्यप को 17862 मतों से पराजित किया है। इस चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद अब राज्य विधानसभा में कांग्रेस के 69 विधायक हो गए हैं, तथा भाजपा के विधायकों की संख्या घटकर 14 ही रह गई है। राज्य में भाजपा को लगातार दो उपचुनावों दंतेवाड़ा और चित्रकोट में हार का सामना करना पड़ा है। राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने मंडावा (झुंझुनू) विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में जीत हासिल की है। वहां कांग्रेस की रीटा चौधरी ने भाजपा की सुशीला सींगड़ा को 33,704 मतों से हराया। इस जीत के साथ 200 सदस्यीय राज्य विधानसभा में कांग्रेस की सीटों की संख्या बढ़ कर 107 हो गई, जिसमें वे छह विधायक भी हैं जो पिछले महीने बसपा से दलबदल कर कांग्रेस में शामिल हो गये थे। 

पंजाब में उपचुनाव के नतीजे
उपचुनाव के नतीजों के साथ पंजाब में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने भी अपनी स्थिति मजबूत की है। जलालाबाद सीट पर पार्टी के उम्मीदवार रमिंदर अवला ने शिअद के राज सिंह दीबीपुरा को 16,633 वोटों के अंतर से हराया। इस सीट को अकालियों का गढ़ माना जाता था। इस सीट का, इससे पहले शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल प्रतिनिधित्व करते थे जो मई में हुए आमचुनाव में लोकसभा के लिये निर्वाचित हो गये थे। फगवाड़ा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार एवं पूर्व आईएएस अधिकारी बलविंदर सिंह धालीवाल ने भाजपा उम्मीदवार राजेश बाघा को 26,116 मतों से हरा दिया। वहीं, दाखा सीट पर शिरोमणि अकाली दल के प्रत्याशी मनप्रीत सिंह इयाली ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी एवं कांग्रेस उम्मीदवार संदीप सिंह संधू को 14,672 मतों से पराजित कर दिया। कांग्रेस उम्मीदवार इंदु बाला ने मुकेरियां विधानसभा सीट पर जीत हासिल की है। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी जंगी लाल महाजन को बृहस्पतिवार को 3,440 वोटों के अंतर से हराया।

दक्षिण भारत में उपचुनाव के नतीजे
उधर दक्षिण भारत में तमिलनाडु, केरल और तेलंगाना में हुए उपचुनावों में सत्तारूढ दलों का ही बोलबाला रहा। दिलचस्प बात यह है कि अप्रैल 2019 में लोकसभा चुनाव में झटका खाने वाले अन्नाद्रमुक और माकपा ने फिर से अपना दम दिखाया। माकपा ने केरल और अन्नाद्रमुक ने तमिलनाडु में विपक्षी दलों के गढ़ में जीत हासिल की।