एनटीपीसी को तीसरी तिमाही में 2,385.41 करोड़ रुपये मुनाफा, अंतरिम लाभांश, बोनस शेयर की घोषणा

एनटीपीसी को तीसरी तिमाही में 2,385.41 करोड़ रुपये मुनाफा, अंतरिम लाभांश, बोनस शेयर की घोषणा

नयी दिल्ली
 सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली कंपनी एनटीपीसी को दिसंबर 2018 में समाप्त तीसरी तिमाही में 2,385.41 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ। यह पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही के आंकड़े के लगभग बराबर है। ईंधन और उधारी लागत में वृद्धि इसकी वजह रही है। वित्त वर्ष 2017-18 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी का मुनाफा 2,360.81 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी के यहां जारी वक्तव्य में यह जानकारी दी गई है। कंपनी निदेशक मंडल की बुधवार को हुई बैठक में शेयरधारकों को अंतरिम लाभांश देने और बोनस शेयर जारी करने का फैसला भी किया गया।

    एनटीपीसी ने बंबई शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि समीक्षाधीन अवधि में उसकी कुल आय 15.27 प्रतिशत बढ़कर 24,308.01 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले की इसी अवधि में 21,087.84 करोड़ रुपये थी। दिसंबर 2018 में समाप्त 9 महीनों के दौरान भी कंपनी का शुद्ध लाभ 7,399.57 करोड़ रुपये पर इससे पिछले वर्ष की इसी अवधि में हुये लाभ के आसपास ही रहा। पिछले वित्त वर्ष की अप्रैल-दिसंबर अवधि में यह आंकड़ा 7,417.58 करोड़ रुपये था।

    कंपनी की कुल आय 2017-18 के नौ महीनों में 61,590.12 करोड़ रुपये से 13.06 प्रतिशत बढ़कर 2018-19 के नौ महीनों में 69,633.95 करोड़ रुपये हो गई। कंपनी ने वर्ष 2017-18 में 10,343.17 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हासिल किया था जबकि उसकी कुल आय 85,207.95 करोड़ रुपये रही थी।    कंपनी के निदेशक मंडल ने बुधवार की अपनी बैठक में 2018-19 के लिए अपने शेयरधारकों को 10 रुपये मूल्य के शेयर पर 35.8 प्रतिशत (3.58 रुपये प्रति शेयर के हिसाब) से अंतरिम लाभांश देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी।

 लाभांश का भुगतान 14 फरवरी को किया जाएगा। इसके अलावा, निदेशक मंडल ने 1:5 के अनुपात में बोनस शेयर जारी करने की भी सिफारिश की है। इसके तहत 10 रुपये मूल्य के मौजूदा पांच शेयरों पर 10 रुपये मूल्य का एक नया शेयर बोनस में दिया जाएगा। इन घोषणाओं पर शेयरधारकों की मंजूरी ली जाएगी। तीसरी तिमाही में कंपनी की कुल विद्युत उत्पादन क्षमता बढ़कर 70.07 अरब यूनिट हो गई जो कि एक साल पहले इसी अवधि में 67.78 अरब यूनिट पर थी। इस दौरान संयंत्रों की क्षमता का 77.70 प्रतिशत इस्तेमाल हुआ जबकि एक साल पहले 76.92 प्रतिशत क्षमता इस्तेमाल किया गया था। अप्रैल से दिसंबर अवधि में कंपनी का औसत विद्युत शुल्क 3.47 रुपये प्रति यूनिट रहा।