एमपी इलेक्शन में बम बम भोले की गूंज! शिव करेंगे किसका बेड़ा पार ?
इंदौर
एमपी इलेक्शन में इस बार भोलेनाथ की सबसे ज़्यादा डिमांड है.हर कोई शिव भक्ति में लीन दिख रहा है. कोई महाकाल के दर पर हाजिरी लगा रहा है, तो कोई खुद को सबसे बड़ा शिवभक्त बताने के लिए दुनिया के सबसे बड़े शिवलिंग पर शीश झुकाने का प्लान तैयार कर रहा है.
प्रदेश में विधान सभा चुनाव को लेकर छिड़ चुके सियासी संग्राम में हर तरह के रंग दिखने लगे हैं. आलम ये है कि मतदाताओं को साधने के लिए नेता इस बार मंदिर-मंदिर भी घूम रहे हैं. राहुल गांधी आज अपने मिशन मालवा-निमाड़ के पहले दिन सीधे उज्जैन पहुंचे और यहां भगवान महाकाल का अभिषेक किया. राहुल गांधी के उज्जैन पहुंचने से पहले हो-हल्ला हुआ तो कांग्रेस ने गांधी परिवार की महाकाल दर्शन से संबंधित तमाम पुरानी तस्वीरें जारी कर दीं. पार्टी ने गांधी परिवार को सबसे बड़ा शिवभक्त बताने में समय नहीं गंवाया.
जो तस्वीरें जारी की गयीं उनमें पहली तस्वीर 29 दिसंबर 1979 की है. उसमें इंदिरा गांधी भस्मारती में शामिल दिखाई दे रही हैं. साथ में हैं प्रदेश के तत्कालीन सीएम प्रकाशचंद सेठी. दूसरी तस्वीर 23 अप्रैल 1987 को राजीव गांधी के महाकाल दर्शन की है. तीसरी 20 जून 2008 की, उसमें सोनिया गांधी महाकाल की पूजा कर रही हैं और अब ताजा तस्वीर जब राहुल गांधी महाकाल का अभिषेक करने पहुंचे.
चुनाव से ठीक पहले महाकाल पहुंचे राहुल गांधी को पार्टी सबसे बड़ा शिवभक्त बता रही है. दो माह पहले राहुल कैलाश मानसरोवर यात्रा कर चुके हैं उसके बाद कांग्रेस का एमपी में भी सॉफ्ट हिंदुत्व का कार्ड शुरू हुआ.
हालांकि राहुल गांधी कोई एक नेता नहीं हैं जो चुनाव के ठीक पहले महाकाल का आशीर्वाद लेने पहुंचे हों, उनसे पहले 20 अगस्त को ज्योतिरादित्य सिंधिया महाकाल की शाही सवारी में शामिल हुए थे.सीएम शिवराज 21 अगस्त को महाकाल के दर्शन के लिए पहुंचे थे.बीजेपी अध्य़क्ष अमित शाह ने 6 अक्टूबर को महाकाल के दर्शन किए. शिवराज सिंह ने जन आशीर्वाद यात्रा की इस बार भी महाकाल के दर्शन के बाद शुरू की थी. पीसीसी चीफ कमलनाथ की चिट्ठी भी महाकाल को सौंपी गयी थी. हाल ही में पाटीदार समाज के नेता हार्दिक पटेल 20 अक्टूबर को महाकाल के दर्शन करने पहुंचे थे.
प्रदेश में नेताओं के बीच खुद को सबसे बड़ा शिवभक्त बताने की होड़ में अब सीएम शिवराज दो कदम आगे बढ़ने की कोशिश में है. नाम में शिव लिए शिवराज अपनी 'जनादेश यात्रा' की यात्रा दुनिया के सबसे बड़े शिवलिंग भोजपुर के मंदिर से करने जा रहे हैं. वो 31 अक्टूबर को भोजपुर मंदिर से अपनी जनादेश यात्रा की शुरू करेंगे.
प्रदेश में सबसे बड़ा वोट बैंक हिंदू वोटरों का है. यही कारण है कि चुनाव से पहले आस्था के नाम पर वोट बटोरने की जद्दोजहद में हर कोई एक दूसरे से आगे निकल कर खुद को सबसे बड़ा शिव भक्त बताने में जुटा है.लेकिन इस बार चुनाव में शिव की कृपा किस पर बरसेगी,इसके लिए चुनाव नतीजों का इंतज़ार करना होगा.