ओलंपिक में स्वर्ण जीता तो 3 करोड़, भाग लेने पर 10 लाख देने की तैयारी

ओलंपिक में स्वर्ण जीता तो 3 करोड़, भाग लेने पर 10 लाख देने की तैयारी

 भोपाल

प्रदेश के खिलाड़ी ओलंपिक, एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स में भागीदारी करते है तो सरकार उन्हें प्रोत्साहन देगी। जिस तरह अन्य प्रदेशों में करोड़ों रुपये की सम्मान निधि वहां के खिलाडिय़ों को उपलब्ध करायी जाती है, उसी प्रकार हमारे खिलाडिय़ों को भी प्रोत्साहन की बढ़ी हुई राशि प्रदान की जाएगी। इसका प्रस्ताव तैयार कर वित्त विभाग को भेजा गया है।

खेल मंत्री पटवारी ने यह बातें गुरुवार को भोपाल के टीटी नगर स्टेडियम स्थित मार्शल आर्ट हॉल में हुए संवाद कार्यक्रम को संबांधित करते हुए कही। कार्यक्रम में प्रदेश भर से आये अर्जुन, विक्रम, एकलव्य खिलाडिय़ों तथा विश्वामित्र पुरस्कार से सम्मानित प्रशिक्षकों और खेल संघों के पदाधिकारियों ने प्रदेश में खेलो के विकास के लिए महत्वपूर्ण सुझाव प्रस्तुत किए।

मंत्री पटवारी ने बताया कि ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेताओं को 3 करोड़, रजत को 2 करोड़ और कांस्य विजेता को 1 करोड़ रुपये की राशि दिये जाने का प्रस्ताव है तथा प्रतिभागिता करने पर कम से कम 10 लाख रुपये प्रोत्साहन स्वरूप दिए जाएंगे। इसी तरह एशियन गेम्स के स्वर्ण पदक विजेताओं को 2 करोड़, रजत को 1 करोड़ और कांस्य विजेता को 75 लाख रुपये की राशि प्रस्तावित है। प्रतिभागिता करने पर कम से कम 5 लाख रुपये प्रोत्साहन स्वरूप दिए जाएंगे। राष्ट्रमंडल या एशियन इंडोर गेम्स के स्वर्ण पदक विजेताओं को 50 लाख, रजत को 30 लाख और कांस्य विजेता को 20 लाख रुपये और प्रतिभागिता करने पर 2 लाख रुपये प्रोत्साहन स्वरूप प्रस्तावित किया गया है। दक्षिण एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेताओं को 6 लाख, रजत को 4 लाख और कांस्य विजेता को 3 लाख तथा प्रतिभागिता करने पर 1.50 लाख रुपये प्रोत्साहन स्वरूप देने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है।

राष्ट्रमंडल, एशियन या अन्य अंतराष्ट्रीय चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक विजेताओं को 4 लाख, रजत को 3 लाख और कांस्य विजेता को 2 लाख, प्रतिभागिता करने पर 1 लाख रुपये प्रोत्साहन स्वरूप दिए जाने का प्रस्ताव है। इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय खेलों में दलीय विधा में स्वर्ण पदक विजेताओं को 6 लाख, रजत को 4 लाख और कांस्य विजेता को 3 लाख, अधिकृत राष्ट्रीय चैंपियनशिप में मप्र के मूल निवासी या खेल विभाग द्वारा संचालित अकादमियों के अधिकृत खिलाडिय़ों को पदक जीतने पर व्यक्तिगत एवं दलीय विधा में स्वर्ण पदक विजेताओं को 2 लाख, रजत को 1.50 लाख और कांस्य विजेता को 1 लाख रुपये की राशि दिये जाने का प्रस्ताव है।

पटवारी ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर के खेलों में लगातार भागीदारी के बाद भी किसी खिलाड़ी को नौकरी नहीं मिल पाती है तो सरकार का यह प्रयास होगा कि किसी खिलाड़ी के साथ अन्याय न हो, उसके लिए न्यूनतम कारगर व्यवस्था की जाएगी। खिलाडिय़ों की राष्ट्रीय, अंतराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भागीदारी पर उन्हें प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसके अलावा पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को शानदार पारितोषिक के रूप में प्रोत्साहन राशि को बढ़ाया जा रहा है। देश में प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए खिलाड़ी को प्रशिक्षण हेतु राशि एक लाख अथवा वास्तविक राश उपलब्ध कराई जाएगी जिसमें खिलाड़ी का आना-जाना, भोजन, आवास, प्रशिक्षण एवं चिकित्सा व्यय सम्मिलित होगा

अवार्डियों ने खेल मंत्री की पहल को सराहा

यह पहला अवसर है कि खेलों के विकास और खिलाडिय़ों के हित में अवार्डियों और खिलाडिय़ों से सीधे संवाद कर सुझाव लिए गए। कार्यक्रम में उपस्थित अवार्डियों और खिलाडिय़ों द्वारा संवाद कार्यक्रम की मुक्तकंठ से सराहना करते हुए खेल एवं युवा कल्याण मंत्री पटवारी की इस पहल का स्वागत किया गया। खिलाडिय़ों का मानना है कि संवाद रूपी इस खेल महाकुंभ के माध्यम से खेल नीति तैयार कर खिलाडिय़ों के हित में महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकेंगे।