कश्मीरी अगर मुस्लिम न होते तो पूरी दुनिया साथ देती, इमरान का सांप्रदायिक कार्ड
इस्लामाबाद
कश्मीर पर अपना प्रोपेगैंडा फैलाने के लिए शुक्रवार को पाकिस्तान की सरकार ने 'कश्मीरी ऑवर' का आयोजन किया. कश्मीरी ऑवर में एक रैली को संबोधित करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने माना कि कश्मीर पर उन्हें अंतरराष्ट्रीय समुदाय का बिल्कुल भी समर्थन हासिल नहीं हो रहा है.
पाक पीएम इमरान खान ने कश्मीर पर मुस्लिम कार्ड खेलते हुए कहा कि अगर कश्मीरी मुस्लिम नहीं होते तो पूरी दुनिया उनके साथ खड़ी होती. इमरान ने कहा, "दुनिया को कश्मीर के लिए खड़ा होना चाहिए था लेकिन धर्म इसमें अहम फैक्टर साबित हो रहा है. दुखद है कि जब मुस्लिमों का दमन हो रहा है तो पूरी दुनिया खामोश है. अगर कश्मीरी मुस्लिम नहीं होते तो दुनिया की प्रतिक्रिया ज्यादा मजबूत तरीके से सामने आती."
इमरान खान ने कश्मीरी ऑवर में रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तानी कश्मीरियों के साथ खड़े हैं. इमरान खान ने कहा कि इस कार्यक्रम का मकसद दुनिया में यह संदेश भेजना था कि जब तक कश्मीरी अपनी आजादी हासिल नहीं कर लेते, पाकिस्तानी आखिरी सांस तक उनके साथ खड़े रहेंगे.
इमरान खान ने एक बार फिर परमाणु जंग की धमकी दे डाली. उन्होंने कहा, 'मैं मोदी को बताना चाहता हूं कि अगर वे कश्मीर में कुछ भी करते हैं तो हमारी सेना पूरी तरह से तैयार है. दुनिया को मालूम होना चाहिए कि अगर दो परमाणु हथियार संपन्न देश आमने-सामने आते हैं तो पूरी दुनिया को नुकसान पहुंचेगा.'
इमरान ने आरोप लगाया कि भारत किसी फर्जी हमले को अंजाम दे सकता है लेकिन अगर ऐसा हुआ तो पाकिस्तानी सेना भी जवाब देने के लिए तैयार है. पाक पीएम ने कहा, हम दुनिया को चेतावनी दे रहे हैं कि भारत कश्मीर में कुछ गंभीर करने जा रहा है. लेकिन मैं मोदी को चेतावनी देता हूं कि अगर वह ऐसी किसी योजना को अंजाम देते हैं तो पाकिस्तान और हमारी सेना ज्यादा मजबूती से जवाब देगी.
इमरान खान ने न्यू यॉर्क टाइम्स में एक आर्टिकल भी लिखा है. इमरान ने इस लेख में कहा है कि अब भारत के साथ तभी बातचीत होगी, जब कश्मीर पर मोदी सरकार अपना फैसला वापस ले लेगी.

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