कुंडाल बांध के पानी को लेकर विवाद, ग्रामीणों ने सिंचाई विभाग पर लगाए ये आरोप

कुंडाल बांध के पानी को लेकर विवाद, ग्रामीणों ने सिंचाई विभाग पर लगाए ये आरोप

रतलाम 
मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के कुंडाल बांध के पानी को लेकर विवाद गहराने लगा है. ग्रामीणों और सिंचाई विभाग में समन्वय नहीं होने से विवाद की स्थिति और गंभीर होती जा रही है. ग्रामीणों का आरोप है कि सिंचाई विभाग ने सिंचाई की पाइप लाइन का रूट मनमाने ढंग से बदल दिया है, जिसके चलते उनके गांवों को फसलों की सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल पाएगा.

रतलाम के पीपलखूंटा गांव के लोगों ने यह आरोप सिंचाई विभाग पर लगाया है और गांव को पानी से वंचित रखने का जिम्मेदार भी सिंचाई विभाग को बताया है. ग्रामीणों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं इसकी घोषणा कर चुके हैं, लेकिन जिम्मेदारों ने पास के नए गांवों को जोड़कर उनके गांव को बांध के पानी से वंचित कर दिया. ग्रामिणों का कहना है कि सात गांवों की फसलों की सिचांई के लिए इस डेम का निर्माण किया गया था, लेकिन बांध बनने के बाद जिम्मेदारों ने कुछ गांवों को जोड़ दिया और कुछ को छोड़ दिया. ऐसे में किसानों के सामने सिंचाई का संकट खड़ा हो गया है.

वही इस मामले में सिंचाई विभाग के जिम्मेदारों का कहना है कि ग्रामीणों के बीच भ्रम फैलाया गया है. किसी भी गांव का पानी नहीं छीना गया है सभी को पर्याप्त दबाव से पानी मिलेगा. गौरतलब है 50 करोड़ से अधिक की लागत से कुंडाल डेम का निर्माण क्षेत्र में सिर्फ सिंचाई के लिए किया गया है. ऐसे में ग्रामीणों और सिंचाई विभाग के बीच समन्वय का आभाव जारी है जो किसी बड़े विवाद को जन्म दे सकता है.