चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद हटेंगे आधा दर्जन थाना प्रभारी

चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद हटेंगे आधा दर्जन थाना प्रभारी

भोपाल
प्रदेश विधानसभा चुनाव को देखते हुए राजधानी में पदस्थ किए गए आधा दर्जन से अधिक थाना प्रभारियों को चुनाव आचार संहिता पूरी होने के बाद हटाए जाने की संभावना है। आचार संहिता से पहले भी राजधानी के एक दर्जन से अधिक थानों में थानेदार (उप निरीक्षक) थाना संभाल रहे थे। लेकिन निर्वाचन आयोग के निर्देश थे कि जो थाने इंस्पेक्टर लेबल के हैं, वहां इंस्पेक्टर ही पदस्थ किए जाए। ऐसे में नान परफार्मेंसे इंस्पेक्टर भी राजधानी के थानों की कमान सौंप दी गई थी। लेकिन आचार संहिता के बाद उन्हें बदलने की कवायद शुरू हो गई है।

सूत्रों की मानें तो चुनाव प्रक्रिया संपन्न होते ही अधिकारियों द्वारा राजधानी के सभी थाना प्रभारियों की परफार्मेंस रिपोर्ट बनवाएंगे। परफार्मेंस रिपोर्ट के आधार पर तय किया जाएगा कि कितने थाना प्रभारियों को हटाया जाएगा। अभी तक करीब आधा दर्जन थाना प्रभारियों को बदले जाने की रूपरेखा तैयार हो चुकी है। इन थानों में उप निरीक्षकों को थानों की कमान सौंपी जाएगी। 

पुलिस सूत्रों की मानें तो विधानसभा चुनाव के चलते पुराने थाना प्रभारियों को जिले से हटाया गया था। राजधानी में करीब 25 थाना प्रभारी ऐसे हैं जो भोपाल में पदस्थाना नहीं चाहते थे, लेकिन उन्हें भोपाल पदस्थ किया गया। अब ये थाना प्रभारी नई सरकार बनने के बाद अपने पसंदीदा जिलों में पोस्टिंग का जुगाड़ लगाना शुरू कर देंगे। ऐसे में कई थाने और खाली हो सकते हैं।

बीते दो साल से भोपाल में कई थानों की  एसआई संभाल चुके हैं। अयोध्या नगर, बजरिया, चूनाभट्टी, कटारा, रातीबड़, गोविंदपुरा, अवधपुरी, एमपी नगर, टीटी नगर, जैसे महत्वपूर्ण थानो में एसआई थाना प्रभारी रह चुके हैं। चुनाव के चलते इंस्पेक्टरों की पदस्थापना की गई है।

पदोन्नति में आरक्षण को लेकर सर्वोच्च न्यायालय में मामला जाने के बाद पदोन्नति प्रक्रिया बंद है। ऐसे में प्रदेश में हजारों की संख्या इंस्पेक्टर स्तर के पद रिक्त हैं। ज्ञात हो कि एसआई को पदोन्नत कर इंस्पेक्टर बनाया जाता है। इसलिए भी राजधानी में इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारियों की कमी है। 

चुनाव आचार संहिता के दौरान शिकायत मिलने पर हबीबगंज थाना प्रभारी वीरेन्द्र सिंह और कोलार थाना प्रभारी सुनील शर्मा को हटाया जा चुका है। यह दोनों थाने अभी प्रभारी के भरोसे चल रहे हैं। आचार संहिता समाप्त होने के बाद यहां नए इंस्पेक्टरों को कमान दी जाएगी।