चुनाव प्रचार के लिए डिमांड, बड़ी गाड़ियों पर चोरों की नजर
नई दिल्ली
चुनावी मौसम में बड़ी कारों की डिमांड बढ़ गई है। लेकिन यह डिमांड नई कारों की नहीं, चोरी की कारों की है। सूत्रों की मानें तो चोर बाजार में एसयूवी की डिमांड ज्यादा है। दूसरी बड़ी कारों की मांग में भी इजाफा हुआ है। इसे चुनावी मौमस से जोड़कर देखा जा रहा है, जहां बड़ी संख्या में नेता और पार्टियां चुनाव प्रचार और अपने कामों के लिए चोरी की कारों का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में अगर आपके पास कोई बड़ी कार है तो सावधानी बरतें।
पुलिस के कुछ अधिकारी भी ऐसी संभावनाओं से इनकार नहीं कर रहे हैं। उनका कहना है कि इस तरह के कुछ इनपुट मिल रहे हैं, जिसमें चुनावों के दौरान कई राज्यों में चोरी की गाड़ियों का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए चोर दिल्ली-एनसीआर में और ज्यादा कार चोरी की कोशिश करते हैं। हाल ही में वेस्ट दिल्ली के तिलक नगर और पंजाबी इलाकों से दो ब्रेजा कार चोरी की गईं। साउथ एक्स में एक गली के कुत्तों ने ब्रेजा कार चुराने की कोशिश को नाकाम किया। पुलिस सूत्रों का कहना है कि कार चोरी में पकड़े जानेवाले चोरों का कहना है कि दिल्ली से चुराई जाने वाली कारें नेपाल तक जाती हैं। लेकिन चुनावी माहौल में यह बिहार, ईस्ट यूपी, मध्यप्रदेश, मिजोरम, नगालैंड और असम के साथ-साथ हरियाणा में भी काफी हैं।
बड़ी कार ही क्यों?
बड़ी कारों की मांग में बढ़ोतरी के कई कारण बताए जा रहे हैं। जैसे- छुटभैया नेता और विभिन्न पार्टियों के कार्यकर्ता इनका इस्तेमाल वोटरों को रिझाने के लिए करते हैं। इनमें अधिक लोग बैठ सकते हैं। सामान भी अधिक आता है। बेकार सड़कों पर भी परेशानी नहीं होती।
चोर बाजार में रेट
फॉर्च्युनर- 3.5 से 5 लाख
इनोवा क्रिस्टा- 3 से 5 लाख
क्रेटा- 1 से 1.5 लाख
स्विफ्ट डिजायर- 80 हजार से 1.25 लाख
ब्रेजा- 30 हजार से 1.50 लाख
रॉयल एनफील्ड- 20 से 30 हजार