चुनाव से पहले सपा में शामिल हो सकते हैं कई दिग्गज नेता
भोपाल
प्रदेश में बेशक समाजवादी पार्टी की एक भी विधानसभा सीट नहीं है, लेकिन विधानसभा चुनाव से पहले सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव मप्र में अपनी ताकत बढ़ाना चाहते है। इसके लिए वे कांग्रेस एवं अन्य दलों में हासिए पर जा चुके नेताओं को भी सपा में शामिल करा सकते हैं। गुुरुवार को राजधानी प्रवास के दौरान उनके साथ मंच पर कई पुराने नेता नजर आए। ऐसे में संभावना है कि समाजवादी पार्टी इन नेताओं को अपना प्रत्याशी बना सकती है।
भोपाल प्रवास के दौरान सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने पूर्व पीसीसी अध्यक्ष अरुण यादव, पूर्व राज्यपाल अजीज कुरेशी, पूर्व विधायक डॉ सुनीलम एवं पूर्व विधायक कंकर मुंजारे से मुलाकात की। ये सभी वे नेता हैं जो अपने दल में हासिए पर जा चुके हैं और लंबे समय से सक्रिय राजनीति से गायब हैं। अखिलेश यादव ऐसे लोगों के दम पर मप्र में सपा को खड़ा करने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। यादव ने पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ से भी मुलाकात की, हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि अगले विधानसभा चुनाव में वे कांग्रेस के साथ गठबंधन करेंगे या नहीं। उन्होंने गठबंधन के संकेत दिए हैं।
अखिलेश यादव मप्र में संगठन से नए लोगों को जोडऩा चाहते हैं। नए नेतााओं से उनकी इस मुलाकात को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। खास बात यह है कि अखिलेश के भोपाल प्रवास के दौरान उन्होंने मौजूद मप्र की इकाई के पदाधिकारियों को ज्यादा तवज्जो नहीं दिया। जिससे मप्र में लंबे समय से सपा की कमान संभाल रहे गौरी यादव समर्थकों में चिंतन-मंथन का दौर जारी है।
अखिलेश यादव और मप्र इकाई के मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष गौरी यादव के बीच पटरी नहीं बैठती है। यही वजह रही कि अखिलेश ने कुछ समय पहले गौरी यादव को प्रदेशाध्यक्ष की कुर्सी से हटा दिया था। लेकिन सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव से नजदीकी की वजह से उन्हें फिर से मप्र इकाई का प्रभार मिल गया। अखिलेश की मप्र में बढ़ती सक्रियता से यह स्प्ष्ट है कि अगले चुनाव के दौरान गौरी यादव सागर संभाग तक ही सीमित रहेंगे।