जिला प्रभारी अधिकारी ने की केन्द्र की सात फ्लैशगशिप योजनाओं की प्रगति की समीक्षा

 नारायणपुर 

 संयुक्त सचिव पेट्रोलियम नेचुरल गैस भारत सरकार एवं जिले के प्रभारी अधिकारी श्री संदीप पोंडरिक ने ग्राम स्वराज अभियान द्वितीय में केन्द्र सरकार की सात महत्वपूर्ण महत्वाकांक्षी योजनाओं प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, सौभाग्य-प्रधानमंत्री सहज बिजली हर-घर योजना, उजाला योजना, प्रधानमंत्री जनधन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, एवं मिशन इन्द्रधनुष के साथ ही कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य कौशल विकास, पोषण के तहत किए जा रहे कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। बैठक कलेक्टोरेट के सभा कक्ष में आयोजित हुई। इस अवसर पर कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री जितेन्द्र शुक्ल, केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग के संचालक श्री बी.के. पति, केन्द्रीय अवर सचिव श्री प्रमोद कुमार समाल, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अशोक चौबे, एसडीएम श्री दिनेश कुमार नाग, डिप्टी कलेक्टर सर्वश्री एस.एन. वाजपेयी, श्रीमती निधि साहू, भूपेन्द्र साहू, गौरीशंकर नाग, और विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी और बैंक अधिकारी उपस्थित थे।
    श्री पोंडरिक ने जिले के एक हजार से अधिक आबादी वाले चिन्हांकित 20 गांवों में पात्रता रखने वाले शत-प्रतिशत हितग्राहियों को प्रधानमंत्री की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली सात फ्लैशगशिप योजनाओं का फायदा दिलाने का काम जल्द से जल्द आगामी 15 अगस्त तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन गांवों में विशेष शिविर लगाए जाएं। जिन प्रमुख योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए गांवों का चयन किया गया है, उनमें रसोई गैस कनेक्शन, वितरण के लिए प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री सहज बिजली हर-घर योजना (सौभाग्य) एलईडी बल्ब वितरण के लिए उजाला योजना, बैंक खाता के लिए प्रधानमंत्री जन-धन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और समस्त गर्भवती माताओं तथा दो साल से कम उग्र के सभी बच्चों के टीकाकरण के लिए मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम के तहत लगाए जाएं। कोई भी बच्चा बिना टीकाकरण से छूटना नहीं चाहिए। यह हम सब की जबावदारी है। पोषण मिशन के तहत बच्चों का वजन प्रति माह लिया जाए और उसे अपडेट करते रहे। बच्चों के खान-पान में सुधार करें। उन्होंने कहा कि उज्ज्वला योजना के लिए मासिक कार्ययोजना बनाकर लक्ष्य को पूरा करें।
    बैठक में एक हजार से अधिक आबादी वाले चिन्हांकित 20 गांवों में प्रशासन द्वारा एक जून से किए जा रहे कार्यों का प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रस्तुतिकरण दिया गया है। संबंधित विभागों के अधिकारियों ने श्री पोंडरिक को निर्धारित इन्टीकेटर पर बिन्दुवार जानकारी से अवगत कराया। अधिकारियों ने बताया कि चयनित 20 गावों मंे 808 रसोई गैस कनेक्शन दिये जाने है, जिनमे ंसे 54 को दे दिया गया है। 400 फार्म भरवाए गए है। संयुक्त सचिव ने पीएमजेएसवाय और लोक निर्माण के तहत जिले मंे बन रही और बनाई जाने वाली सड़क की प्रगति के बारे में जानकारी ली। श्री पोंडरिक ने माओवादी इलाकों और दूरस्थ अंचलों में सड़क पुल-पुलियांे के बनाने की धीमी गति के बारे में बारीकी से जानकारी ली।
    उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री ने देश के 115 ऐसे जिलों का चयन आकांक्षी जिलों    (एस्पीरेशनल जिलों) के रूप में किया है, जो वर्तमान में विकास की दृृष्टि से तुलनात्मक रूप से अधिक पिछड़े हुए हैं, लेकिन जहां विकास की अपार संभावनाएं है। इन्ही जिलों में नारायणपुर सहित छत्तीसगढ़ के दस जिले भी शामिल हैं। इनमें नारायणपुर को मिलाकर बस्तर संभाग के सात जिले और राजनांदगांव, महासमुन्द्र तथा कोरबा को भी शामिल किया गया है। नारायणपुर के लिए केन्द्र सरकार में संयुक्त सचिव श्री संदीप पोंडरिक को जिले का प्रभारी अधिकारी के तौर पर नियुक्त किया गया है। श्री पोंडरिक का नारायणपुर में तीसरा दौरा था। इससे पहले वे 19 दिसम्बर 2017 और 23 मार्च 2018 को आये थे।
    कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा ने चिन्हांकित 20 गावों में चल रहे कामों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्हांेने जिले के अन्दरूनी इलाको में काम करने की कठिनाईयों के बारे में बाताया। उन्होंने बताया कि नेट कनेक्टिविटी काम में रूकावट की सबसे बड़ी वजह है। उन्होेने बच्चों के कुपोषण से सुपोषण के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में जाना। उन्होंने स्वास्थ्य शिक्षा, कृषि और जल संसाधन के अधिकारियों से विचार-विमर्श किया तथा अधिकारियों की बातों को ध्यान से सुना।