डाॅ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने महारानी वीरांगना दुर्गावती की प्रतिमा का किया अनावरण : डाॅ. टेकाम

महासमुंद
प्रदेश के स्कूल शिक्षा एवं आदिम जाति कल्याण विभाग के मंत्री डाॅ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कल महासमुंद जिले के बसना विकासखंड के ग्राम भंवरपुर के गढ़ में वीरता शौर्य पराक्रम नारी शक्ति की प्रेरणा पुंज स्वतंत्रता संग्राम सेनानी गढ़ मंडला की महारानी वीरांगना दुर्गावती मंडावी की 456वीं पुण्यतिथि पर प्रतिमा का अनावरण किया और सर्व आदिवासी समाज द्वारा आयोजित सामाजिक सम्मेलन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा एवं आदिम जाति कल्याण मंत्री ने सर्व आदिवासी समाज प्रमुखों के अनुरोध पर भंवरपुर में 20 सीटर शासकीय आदिवासी बालक छात्रावास को बढ़ाकर 50 सीटर करने, हाई-स्कूल में अतिरिक्त कक्ष भवन एवं बाउण्ड्रीवाल एवं आहता निर्माण करने की घोषणा की।
डाॅ. टेकाम ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि रानी दुर्गावती को बचपन से ही अस्त्र-शस्त्र, घुड़सवारी सहित अन्य प्रकार की विधा में निपुण थी। इस निपुणता के कारण उनकी बहादुरी की चर्चा सर्व विख्यात है। वे किसी एक समाज के प्रेरणास्त्रोत नहीं है बल्कि सभी समाजों की प्रेरणास्त्रोत है।
उनकी शौर्य गाथा सुनकर मन उत्साहित हो जाता है। उन्होंने कहा कि आज समाज में आर्थिक, राजनैतिक, सामाजिक चेतना बढ़े, इसके लिए शिक्षा सबसे बड़ा हथियार है। शिक्षा से ही किसी भी समाज का विकास संभव है, आज के समय में जिसके पास शिक्षा है वही और आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि राज्य शासन द्वारा आदिवासियों में नेतृत्व चेतना का विकास हो इसके लिए सरगुजा एवं बस्तर विकास प्राधिकरण का नए सिरे से गठन किया गया है। इसके अलावा मध्य क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले जिलों के लिए मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण का भी गठन किया गया है।
मंत्री डाॅ. टेकाम ने कहा कि सांैरा, कोडाकु, खैरवाऱ समाज के विद्यार्थियों के जाति प्रमाण पत्र बनने में होने वाली मात्रात्मक त्रुटियों से संबधित समस्या हो रही थी, उसका सुधार किया गया है। इस संबंध में जाति प्रमाण बनाने के मामले में जिनके मिशल बंदोबस्त की उपलब्धता नहीं है। इस पर ग्राम सभा से प्रस्ताव पारित कर प्रमाणित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जंगल क्षेत्र में काबिज लोग जो कृषि कार्य करते है उन्हें वनाधिकार मान्यता पत्र मिले। इस अवसर पर उन्होंने महारानी दुर्गावती के आदमकद प्रतिमा बनाने वाले आदिवासी समाज के मूर्तिकार श्री महाबली पोर्ते की सराहना की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सर्व आदिवासी समाज के प्रदेश महासचिव श्री नवल सिंह मंडावी ने की। विशेष अतिथि के रूप में सरायपाली विधायक श्री किस्मत लाल नंद, पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री अरविन्द नेताम, छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति-जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ के प्रातांध्यक्ष श्री आर.एन. ध्रुव, प्रांतीय महासचिव श्री मोहन कोमरे, अट्ठारह गढ़ गोंडवाना समाज के कोषाध्यक्ष श्री भोलासिंह सिदार, अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ के ब्लाक अध्यक्ष श्री अमृत लाल जगत, श्री देवेन्द्र सिंह राय सहित विभिन्न समाजों के सामाजिक पदाधिकारीगण उपस्थित थे।